उत्तराखंड में बिजली कटौती की मार उद्योगों पर पड़ने लगी है। शुक्रवार को स्टील से जुड़े फर्नेस उद्योगों में पांच घंटे बिजली कटौती हुई। ग्रामीण क्षेत्रों में एक घंटे का पावर कट रहा। शनिवार को भी उद्योगों में बिजली कटौती की संभावना है। राज्य में बिजली की मांग और उपलब्धता में बड़ा अंतर बना हुआ है। बिजली की मांग 42 मिलियन यूनिट तक पहुंच गई है। जबकि उपलब्धता 30 मिलियन यूनिट तक सीमित है। बाजार से 12 मिलियन यूनिट के करीब बिजली लेनी पड़ रही है। ये बिजली भी अधिकतम 12 रुपये प्रति यूनिट के रेट पर भी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। शुक्रवार सुबह के समय उद्योग में पांच घंटे की कटौती हुई। ये पॉवर कट फर्नेस स्टील उद्योगों में रहा। उद्योगों को इससे बड़ा नुकसान हुआ। हालांकि दोपहर के समय घरेलू, वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को पॉवर कट से नहीं जूझना पड़ा। पूरे देश में मौजूदा समय में बिजली का संकट बना हुआ है। बाजार में अधिकतम रेट पर भी पर्याप्त बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है। यूपीसीएल पूरा प्रयास कर रहा है कि लोगों को बिजली संकट से न जूझना पड़े। अनिल कुमार, एमडी यूपीसीएल
उत्तराखंड में गहराया बिजली संकट,फर्नेस उद्योगों में पांच घंटों की कटौती के बाद भी मांग अधूरी
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