रुद्रपुर। पीआरडी जवानों की फर्जी नियुक्ति के मामले में विभागीय जांच पूरी हो गई है। युवा कल्याण की सहायक निदेशक दीप्ति जोशी ने कहा कि पीड़ितों के बयान दर्ज करने के बाद जिला युवा कल्याण अधिकारी और बाजपुर के क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी से भी जवाब तलब किया गया है। बताया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। बुधवार को जिला युवा कल्याण अधिकारी कार्यालय में सहायक निदेशक दीप्ति जोशी ने आरोपियों व शिकायतकर्ता के लिए गए बयानों की रिपोर्ट तैयार की। बता दें कि फर्जी नियुक्ति के मामले में विभाग के कुछ अधिकारियों ने डेढ़ लाख रुपये में सौदा तय किया था। गदरपुर क्षेत्र में जालसाजों के शिकंजे में आए 10 युवकों के खिलाफ विभागीय अधिकारियों ने ही रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।
पीड़ित युवाओं ने विभागीय भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए निदेशालय व शासन स्तर पर शिकायत करते हुए जांच की मांग की है। विकास भवन पहुंचीं दीप्ति जोशी ने बताया कि शिकायतकर्ता शमी अहमद व तरुण कुमार शर्मा की शिकायत पर पूछताछ की गई। जांच में सामने आया है कि कुछ पीआरडी जवानों की आपस में ही नहीं बनने से एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि विभाग पर लगे आरोपों के बाद जिला युवा कल्याण अधिकारी व बाजपुर क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी से भी लिखित जवाब मांगा गया है। इनकी ओर से किए गए कार्यों की भी जांच की जा रही है। सीडीओ विशाल मिश्रा ने कहा कि सहायक निदेशक शासन स्तर से जांच कर रही हैं। शासन के आदेश के अनुसार ही कार्यवाही की जाएगी। जिला युवा कल्याण अधिकारी मोहन सिंह नागन्याल ने कहा कि पीआरडी कर्मियों की ओर से उन पर दबाव बनाने के लिए गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। जांच के बाद सब स्पष्ट हो जाएगा।
जांच के दायरे में आए जिला युवा कल्याण अधिकारी
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