राज्य स्तरीय समान नागरिक संहिता विशेषज्ञ समिति के सदस्यों ने नागरिकों का पक्ष सुनने के लिए प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में भ्रमण का कार्यक्रम निर्धारित किया। आज इसकी शुरुआत चमोली जिले के सीमांत माणा गांव से की गई। इस दैरान टीम के सदस्यों ने दूरस्थ व दुर्गम क्षेत्रों में जाकर लोगों के सुझाव लिए। विशेष तौर पर महिलाओं व युवाओं को इसके बारे में बताते हुए विवाह, संरक्षण, तलाक, गोद लेना, सम्पत्ति का अधिकार, आदि मुद्दों पर चर्चा की और सुझाव लिए।
इस दौरान महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा पहन कर बैठक में प्रतिभाग किया। बैठक में छात्रों, शिक्षकों, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं व प्रबुद्ध जनों ने भाग लिया। क्षेत्रीय भ्रमण में माननीय सदस्य शत्रुघ्न सिंह, मनु गौड़ व डॉ. सुरेखा डंगवाल शामिल रहीं। 15 अक्तूबर से कुमाऊं मंडल के जनपदों के लिए भी भ्रमण कार्यक्रम तैयार किया गया है। गढ़वाल के दूरस्थ क्षेत्र हनोल, पुरोला, उत्तरकाशी आदि में भ्रमण कर लोगों के सुझावों को रिपोर्ट में शामिल किया जाएगा।
इस तरह भी भेजे जा सकते हैं सुझाव
समिति की ओर से बताया गया कि वेब पोर्टल (www.uce.uk.gov.in), ई मेल (official uec@uk.gov.in) एवं डाक से विशेषज्ञ समिति, समान नागरिक संहिता राज्य अतिथि गृह (एनेक्सी) राज भवन के निकट, देहरादून- 248001 के पते पर सीधे सुझाव भेजे जा सकते हैं।
एक्सपर्ट कमेटी ने दुर्गम क्षेत्रों में जाकर लिए लोगों के सुझाव, माणा गांव से की शुरुआत
RELATED ARTICLES