हल्द्वानी। मंगलपड़ाव से काठगोदाम तक सड़क सुधारीकरण का काम लोक निर्माण विभाग और एनएचएआई की आपसी खींचतान के बीच फंस गया है। इस कारण येे सड़क नहीं बन पा रही है। सड़क नहीं बनने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग ने एनएचएआई से अनुरक्षण कार्य के लिए 14.40 करोड़ रुपये मांगे हैं। उधर एनएचएआई ने बजट को अधिक बताते हुए आपत्ति लगा दी है। तीनपानी से काठगोदाम तक की सड़क का स्वामित्व एनएचएआई के पास है। उधर तीनपानी से गौलापार होते हुए नरीमन चौराहे तक सड़क का स्वामित्व लोक निर्माण विभाग के पास था। लोक निर्माण विभाग ने पिछले वर्ष इसका स्वामित्व एनएचएआई को सौंप दिया। लोनिवि ने एनएचएआई से तीनपानी से लेकर काठगोदाम तक का स्वामित्व मांगा था। सड़क हस्तांतरण करने से पूर्व एकमुश्त अनुरक्षण कार्य के लिए 14.40 करोड़ रुपया भी मांगा था।
एनएचएआई ने इस बजट पर छह आपत्ति लगाते हुए इतना अधिक बजट देने से मना कर दिया। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता ने एनएचएआई मुख्यालय को पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि लोनिवि की ओर से एफडब्लूडी तकनीक से जांच कराई गई थी। जांच में पाया गया कि सड़क में पांच सेंटीमीटर डीबीएम और तीन सेंटीमीटर बीसी डाली जाएगी। तब ही सड़क लंबे समय चलेगी। साथ ही कहा गया है कि एनएचएआई ने 22 दिसंबर 2014 से अभी तक इस सड़क पर अनुरक्षण कार्य में एक रुपया भी खर्च नहीं किया है। इसी के साथ 14.40 करोड़ रुपये एकमुश्त अनुरक्षण के लिए मांगे हैं। दोनों विभागों के बीच खींचतान के कारण यह सड़क नहीं बन पाई है। इस कारण पर्यटकों से लेकर स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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लोक निर्माण विभाग ने एफडब्ल्यूडी तकनीक से सड़क की जांच कराई थी। इसके बाद निर्णय लिया गया कि सड़क को बनाने में 14.40 करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी। एनएचएआई से इस बजट को मांगा गया था लेकिन एनएचएआई ने अभी तक बजट जारी नहीं किया है। -अशोक चौधरी अधिशासी अभियंता एनएचएआई
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लोक निर्माण विभाग की ओर से बहुत अधिक बजट की मांग की जा रही है। इस पर आपत्ति लगाई गई थी। उत्तर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। – योगेंद्र शर्मा पीडी एनएचएआई
दो विभागों के फेर में फंसी सड़क
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