उत्तराखंड में इन दिनों भारी बर्फबारी जारी है। इससे जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। सड़क पर कई जगहों पर आवागमन बाधित हैं। प्रशासन ने पर्यटकों को नैनीताल में सड़क सुचारू होने तक न आने की एडवाइजरी जारी की है। पर विवाह जिसकी तारीख बहुत पहले तय है व शुभ मुहूर्त में संपन्न करानी होती है। इसी के चलते शनिवार को एक बारात बर्फ में फंस गई।
शहर में बीते दो दिनों कोई भीषण बर्फबारी से आम जनजीवन ठहर गया है। शहर के आंतरिक मार्ग बंद होने के कारण जहां पर्यटकों को कालाढूंगी और काठगोदाम से नैनीताल की ओर एंट्री नहीं मिल पाई। वही भवाली नैनीताल रोड में बर्फ जमी होने के कारण शाम तक यातायात ठप रहा। ऐसे में अल्मोड़ा से बारात लेकर नैनीताल जा रहे दूल्हे का वाहन भी पाइंस में बर्फ में फस गया। जिसके बाद पाइंस से करीब पांच किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर दूल्हा बारात लेकर तल्लीताल धर्मशाला पहुंचा।
जानकारी के मुताबिक बीते दो दिनों तक शहर और समीपवर्ती क्षेत्रों में जमकर बर्फबारी हुई। शनिवार को मौसम खुलने के बाद सुबह धूप तो निकली, मगर शहर के संपर्क मार्गो में बर्फ जमी होने के कारण यातायात ठप रहा। एहतियात के तौर पर पुलिस ने सुबह ही कालाढूंगी और काठगोदाम से नैनीताल की ओर वाहनों की आवाजाही रोक दी। भवाली-नैनीताल मार्ग में पाइंस से नैनीताल तक बर्फ जमी होने के कारण पर्यटक समेत स्थानीय लोगों को भारी फजीहत झेलनी पड़ी।
ऐसे में अल्मोड़ा से बारात लेकर नैनीताल जा रहे दीपक कुमार का वाहन भी पाइंस के पास बर्फ में फंस गया। करीब आधे घंटे इंतजार के बाद भी जब वाहन बर्फ से नहीं निकल पाया तो दीपक बारात लेकर नैनीताल की ओर पैदल ही निकल पड़े। फिसलन भरे रास्ते में करीब पांच किलोमीटर की दूरी तय कर वह तल्लीताल स्थित धर्मशाला पहुंचे। जिसके बाद शादी की रस्में पूरी हो सकी। उन्होंने बताया कि वह सुबह दस बजे बारात लेकर अल्मोड़ा से निकल चुके थे। अगर मार्ग सही होता तो तीन घंटे में नैनीताल पहुंच जाती। मगर शाम चार बजे तक बारात रास्ते में ही फंसी होने के कारण उन्होंने पैदल ही नैनीताल जाने का निर्णय लिया।