चौबीस घंटे के भीतर केदारनाथ यात्रा में चार यात्रियों की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई है। पुलिस ने शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग भेज दिया है। कपाट खुलने के बाद से अभी तक 34 यात्रियों की मौत हो चुकी है। बीते सोमवार देर शाम को रवींद्र नाथ (56), प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश की सोनप्रयाग में तबियत खराब हो गई थी। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद एंबुलेंस से जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग रेफर किया गया।
यहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं, अनीता राय सिंधे (65), निवासी ग्राम भागला, जिला औरंगाबाद, महाराष्ट्र, मानकुंवर नागर (60), निवासी मध्य प्रदेश और लता कमावत (56), निवासी नथवाड़ा, राजस्थान को बड़ी लिनचोली, बेस कैंप और सोनप्रयाग में दिल का दौरा पड़ा था। इन्हें नजदीकी एमआरपी व अस्पताल में लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सीएमओ डा. बीके शुक्ला ने बताया कि कपाट खुलने के बाद से अभी तक 34 यात्रियों की मौत हो चुकी है, जिसमें 33 की मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना रहा है। जबकि एक यात्री की गौरीकुंड में पैर फिसलने से खाई में गिरकर मौत हुई थी।
113 घायल यात्रियों का उपचार किया गया
चारधाम यात्रा के दौरान बदलते मौसम और ऊंचाई वाले धामों में बर्फबारी के बीच स्वास्थ्य सचिव राधिका झा ने दिशा निर्देश जारी किए। उन्होंने सभी सीएमओ को कहा है कि वह 50 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग करें। ताकि अनुकूल स्वास्थ्य न होने पर ऐसे यात्रियों को आगे की यात्रा स्थगित करने के बारे में परामर्श दिया जा सके।
चार धाम यात्रा की नियमित समीक्षा के बाद स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी देते हुए स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने बताया कि अभी तक चारों धामों केलिए एक लाख चार हजार 927 यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इनमें से 73 यात्रियों से अग्रिम यात्रा स्थगित करते हुए वापस लौटने के लिए कहा गया है। 1882 यात्रियों ने अपने जोखिम पर यात्रा जारी रखने का अंडर-टेकिंग दिया गया है। महानिदेशक ने बताया कि स्वास्थ्य सेवा पूर्ण मुस्तैदी के साथ कार्य कर रही है। जिसके तहत अभी तक 2,208 यात्रियों को आपातकालीन चिकित्सा सहायता प्रदान कर बचाया गया है। 113 घायल यात्रियों का उपचार किया गया है।
यात्रा के दौरान गंभीर स्वास्थ्य स्थिति में 206 यात्रियों को हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया है। डॉ. शैलजा भट्ट ने कहा कि चार धाम के तहत केदारनाथ धाम से 26 यात्रियों को हैली एम्बुलेंस सेवा से बचाया गया। आपात स्थिति में तीन यात्रियों का एम्स ऋषिकेश में उपचार के लिए भर्ती कराया गया।
केदारनाथ में 24 घंटे में हार्ट अटैक से चार यात्रियों की मौत, अब 50 से अधिक आयु वालों की होगी हेल्थ स्क्रीनिंग
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