प्रदेश में चारधाम यात्रा में किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसके लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। गंगोत्री,यमुनोत्री सहित चारधाम पर इस सीजन जमकर बर्फबारी हुई है। बर्फ पिघलने पर ही तैयारियां तेज हाेने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने 15 मार्च को बैठक बुलाई है।
जिसमें यात्रा से जुड़े संबंधित विभागीय अधिकारियों को बुलाया गया है। तीन मई को अक्षय तृतीय के पावन पर्व पर विधिवत पूजा अर्चना के साथ गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट देश भर के श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जायेंगे। इसी दिन से प्रदेश में चारधाम यात्रा का भी विधिवित आगाज हो जायेगा।
हालांकि यात्रा के लिए अभी दो माह का समय शेष है, लेकिन दोनों धामों की यात्रा के दौरान किसी भी तीर्थ यात्री को पेयजल, सड़क, स्वास्थ्य व संचार जैसी मूलभूत समस्याओं से जूझना न पड़े इसके लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। वर्तमान समय में यात्रा मार्गों को दुरुस्त किया जा रहा है। जिसमें चिन्यालीसौड़ से गंगोत्री,धरासू से बड़कोट तथा बड़कोट से जानकी चट्टी तक सड़क को ठीक करने के साथ उनमें स्लाइड व डेंजर जोन बनाए जा रहे हैं। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि 15 मार्च को अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है। जिसमें यात्रा को लेकर विस्तार से चर्चा की जायेगी। वहीं दूसरी ओर होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र मटूड़ा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के दो वर्ष बीतने के बाद इस बार बेहतर कारोबार की उम्मीद है। अभी तक अधिकांश होटलों में 80 प्रतिशत बुकिंग हो चुकी है। होटल व्यवसायी प्रतिष्ठानों में रंग रोगन के साथ ही रिपयरिंग कार्य में जुट गए हैं।
गंगोत्री-यमुनोत्री सहित चारधाम यात्रा पर भारी बर्फबारी का ग्रहण, बर्फ पिघलने पर होंगी तैयारियां तेज
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