देहरादून। इस्कॉन की भगवद गीता पाठशाला में गौर पूर्णिमा के मौके पर दून में पहली बार फूड फॉर लाइफ का शुभारम्भ किया गया। फूड फॉर लाइफ इस्कॉन का एक विश्वव्यापी निशुल्क भोजन उपलब्ध कराने का कार्यक्रम है। जिसके तहत प्रतिमाह बीस लाख लोगों को निशुल्क भोजन वितरित किया जाता है। इस्कॉन देहरादून का अनुमान है इन तीन दिनों में लगभग अलग-अलग वर्ग के 4000 लोगों को निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
गौर पूर्णिमा महोत्सव भगवान श्री चैतन्य महाप्रभु का प्राकट्य दिवस है। चैतन्य महाप्रभु राधा कृष्ण का युगल स्वरूप है। इस अवसर पर इस्कॉन द्वारा त्रिदिवसीय आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। ओल्ड सर्वे रोड में होली का कार्यक्रम भगवान की मंगला आरती के साथ प्रारंभ हुआ। नरसिंह एवं तुलसी आरती की गई। जिसमें सैकड़ों भक्तों ने प्रतिभाग किया। भक्तों ने सामूहिक रूप से हरि नाम का जप किया। इस हरि नाम को स्वयं चैतन्य महाप्रभु ने कलयुग का युगधर्म बताया गया था। सभी भक्तों ने व्रत रखे। शाम को मधुर कीर्तन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत हुई। जिसमें बच्चों एवं महिलाओं ने संकीर्तन किया। भगवत गीता के श्लोकों का उच्चारण किया गया, विष्णु की स्तुति की गई। विष्णु स्तुति के पश्चात इस्कॉन के महिला एवं पुरुष भक्तों के द्वारा महाप्रभु की जीवनी पर नाटकों का मंचन किया गया। जिसको दर्शकों ने सराहा।
इस्कॉन देहरादून शाखा के संचालक परम करुणा माधव दास प्रभु ने चैतन्य महाप्रभु की जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस कलयुग का युग धर्म हरि नाम संकीर्तन है अर्थात हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे। यह 16 अक्षर का मंत्र महामंत्र कहलाता है जो इस कलयुग में मनुष्य को अनेक कलेशों से मुक्त करता है। कार्यक्रम के अंतिम दिन 20 मार्च को इस्कॉन द्वारका नई दिल्ली के उपाध्यक्ष अमोघ लीला दास भक्तों को कृष्ण भावनामृत विषय के बारे में बताएंगे। कार्यक्रम के कुछ प्रतियोगिताएं भी होंगी। विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
इस्कॉन की भगवद गीता पाठशाला में गौर पूर्णिमा का आयोजन
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