काशीपुर। एलडी भट्ट उप जिला चिकित्सालय एक बार फिर हड्डी रोग विशेषज्ञ विहीन हो गया है। ऐसे में हड्डी के मरीज इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो जाएंगे। एलडी भट्ट उप जिला चिकित्सालय में एक वक्त था जब दो-दो आर्थों सर्जन हुआ करते थे। अस्पताल में अब एक भी आर्थो सर्जन तैनात नहीं है। अस्पताल में तैनात डॉ. राजीव चौहान के अटैचमेंट को बीते दिनों खत्म करके उन्हें वापस गदरपुर भेज दिया गया है। ऐसे में नगर व दूरदराज से आने वाले हड्डी के मरीजों को परेशानी उठानी पड़ेगी। महंगे निजी अस्पताल में इलाज कराना मजबूरी होगा। बता दें पूर्व में सरकारी अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ नहीं होने पर डॉयरेक्टर स्वास्थ्य विभाग ने वर्ष 2015 से गदरपुर में तैनात हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव चौहान को एलडी भट्ट अस्पताल से लगभग दो महीने पहले अटैच कर दिया था। डीएम ने पूर्णकालिक संबद्धता के निर्देश दिए थे। तब से डॉ. चौहान यहां ओपीडी में सप्ताह में 700 के लगभग हड्डी रोगियों का इलाज करने के साथ ही 8-10 प्लास्टर और ऑपरेशन कर रहे थे। बीते दिनों सरकारी अस्पताल के सीएमएस डॉ. कैमाश राणा ने डीजी हेल्थ और सीएमओ के पत्र का हवाला देते हुए डॉ. चौहान की संबद्धता काशीपुर से समाप्त कर मूल तैनाती का आदेश जारी कर दिया। डॉ. चौहान ने आरोप लगाया कि सीएमएस की हठधर्मिता के चलते उनकी संबद्धता समाप्त की गई है। डॉ. चौहान ने बताया कि वह अपनी तीन दिवसीय अवकाश पर हैं।
- आर्थो सर्जन की संबद्धता समाप्त करने के आदेश उच्च स्तरीय हैं। इसे कोई रोक ही नहीं सकता था। जो आदेश था वह मैंने उन्हें दे दिया है। उम्मीद है यहां कोई आर्थो सर्जन आएंगे इसलिए अटैचमेंट खत्म किया गया है। इससे हड्डी रोगियों को समस्या होगी। – डॉ. कैमाश राणा, सीएमएस, एलडी भट्ट उप जिला चिकित्सालय।
इनसेट कोट…… - आर्थो सर्जन की संबद्धता समाप्त करने के आदेश मुख्यालय स्तर से हैं। इसके बावजूद अस्पताल में हड्डी रोग विशेषज्ञ तैनाती के संबंध में प्रयास किए जा रहे हैं ताकि क्षेत्रीय जनता को परेशानी नहीं हो। – डॉ. सुनीता रतूड़ी, सीएमओ।