नैनीताल। रूसी बाईपास में बन रहे सीवर ट्रीटमेंट प्लांट की तलहटी में बरसाती नाले से हो रहे भू कटाव से करोड़ों रुपये की लागत से बन रहे ट्रीटमेंट प्लांट को खतरा पैदा हो गया है। अधिकारियों का कहना है कि भू कटाव को रोकने के लिए अभी से दरक रही पहाड़ी पर पौधरोपण करा दिया है। नैनीताल को सीवर की समस्या से निजात दिलाने के लिए उत्तराखंड इंटीग्रेटेड रेजिलिएंट शहरी विकास परियोजना के तहत रूसी बाईपास में 77.57 करोड़ की लागत से सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है। इसकी क्षमता 17.50 एमएलडी है। इसके लिए मालरोड से तल्लीताल और हनुमानगढ़ी होते हुए रूसी तक 3040 मीटर सीवर की पाइप लाइन बिछाई जाएगी। अधिकारियों के मुताबिक वर्तमान में सीवर प्लांट में लेबर कैंप, स्टाफ क्वार्टर, साइट आफिस का कार्य शुरू किया गया है।
पिछले साल अक्तूबर में हुई बारिश से सीवर प्लांट वाली पहाड़ी की तलहटी में बरसाती नाले से भू कटाव हुआ था। ग्रामीणों के मुताबिक इस बार भी पूर्व में हुई बारिश से नाले से भू कटाव जारी है। जिस पहाड़ी में भू कटाव हो रहा है उसी पहाड़ी में करोड़ों की परियोजना के कार्य कराए जा रहे हैं। ऐसे में यदि पहाड़ी में भू कटाव जारी रहा तो भविष्य में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को खतरा पैदा हो सकता है। इस संबंध में पूछे जाने पर परियोजना निदेशक गीतेश सैनी ने कहा कि पिछले साल बरसात में पहाड़ी में भू कटाव हुआ था। उन्होंने बताया कि भू कटाव रोकने के लिए पहाड़ी में वृहद स्तर पर पौधरोपण कराया गया है। बताया कि जल्द ही भू वैज्ञानिकों से पहाड़ी का स्थलीय निरीक्षण भी कराया जाएगा ताकि सुरक्षात्मक कार्य अभी से कराए जा सकें।
ऊपर बन रहा है करोड़ों का सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, नीचे से भू कटाव
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