Monday, November 25, 2024
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हरिद्वार में अब बिजली की तरह देना होगा पानी का बिल, जल संस्थान लगा रहा मीटर

हरिद्वार में जल संस्थान अब पानी का बिल मीटर रीडिंग से वसूलने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए पिछले एक माह से कार्ययोजना बनाई जा रही है। जल्द ही हरिद्वार के घरों में पानी की लाइन पर विभाग रीडिंग मीटर लगाएगा। मीटर लगने के बाद खर्च किये पानी की रीडिंग के अनुसार जनता को बिल का भुगतान करना पड़ेगा। वहीं मीटर लगने के बाद पानी की बर्बादी भी बचेगी। लोग जरूरत के अनुसार पानी का उपयोग करेंगे। मंगलवार को जल संस्थान हरिद्वार के अधिशासी अभियंता मदन सेन क्षेत्र में निरीक्षण पर रहे। मदन सेन को क्षेत्र में पानी का प्रेशर कम होने की काफी शिकायत मिल रही थी। शिकायतों का संज्ञान लेते हुए मदन सेन ने बिलकेश्वर कॉलोनी, ब्रह्मपुरी, हिल बाईपास, बसंत गली, कुंज गली, कैलाश गली, भूपतवाला आदि क्षेत्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सभी स्थानों पर पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होता दिखा। मौके पर पानी का प्रेशर भी सही मिला। इसके उलट मौके पर लोग बड़ी मात्रा में पीने का पानी बर्बाद करते दिखे। स्थानीय लोग अपने वाहनों की धुलाई, सड़कों की धुलाई पीने के पानी से करते दिखे। कई स्थानों पर लोगो के टैंक ओवर फ्लो हो रहे थे। इस कारण पानी बर्बाद होता दिखा।
जितना खर्च होगा पानी,उतना आएगा बिल
अधिशासी अभियंता ने कहा कि लोग रोजाना सैकड़ों लीटर पीने का पानी बर्बाद कर रहे हैं। मीटर लगने के बाद लोगों को रीडिंग के अनुसार बिल का भुगतान करना पड़ेगा। जितना पानी खर्च होगा वह मीटर में रिकॉर्ड होगा। रीडिंग के हिसाब से बिल वसूला जाएगा। अधिशासी अभियंता ने बताया कि मीटर लगने के बाद बिल की रकम में भी इजाफा होगा। वर्तमान में चार माह का औसतन 400 रुपये का बिल लोगों को भेजा जाता है। मीटर लगने के बाद यह बिल बढ़ जाएगा।
मायापुर में जल संस्थान के ईई समेत 20 हजार घरों में नहीं आया पानी
शहर में पानी की सप्लाई करने वाले जल संस्थान के अधिशासी अभियंता के घर भी पानी की किल्लत हो गई। अभियंता के घर के आसपास रहने वाले करीब 20 हजार की आबादी पानी की किल्लत से परेशान हैं। लीकेज ठीक करने के लिए पानी की लाइन को बंद किया जा रहा है। जितना खर्च होगा पानी,उतना आएगा बिल अधिशासी अभियंता ने कहा कि लोग रोजाना सैकड़ों लीटर पीने का पानी बर्बाद कर रहे हैं। मीटर लगने के बाद लोगों को रीडिंग के अनुसार बिल का भुगतान करना पड़ेगा। जितना पानी खर्च होगा वह मीटर में रिकॉर्ड होगा। रीडिंग के हिसाब से बिल वसूला जाएगा। अधिशासी अभियंता ने बताया कि मीटर लगने के बाद बिल की रकम में भी इजाफा होगा। वर्तमान में चार माह का औसतन 400 रुपये का बिल लोगों को भेजा जाता है। मीटर लगने के बाद यह बिल बढ़ जाएगा।
मायापुर में जल संस्थान के ईई समेत 20 हजार घरों में नहीं आया पानी
शहर में पानी की सप्लाई करने वाले जल संस्थान के अधिशासी अभियंता के घर भी पानी की किल्लत हो गई। अभियंता के घर के आसपास रहने वाले करीब 20 हजार की आबादी पानी की किल्लत से परेशान हैं। लीकेज ठीक करने के लिए पानी की लाइन को बंद किया जा रहा है।

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