रामनगर। झोलाछाप की लापरवाही से हुई छात्रा की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की टीम ने उसका क्लीनिक सील कर दिया है। अनियमितता मिलने पर एक अन्य झोलाछाप का क्लीनिक भी सील पर 60 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले में जांच चल रही है। बीते शनिवार को एक छात्रा की मौत हो गई थी। छात्रा की मौत के लिए परिजनों ने पीरूमदारा स्थित एक झोलाछाप को जिम्मेदार ठहराते हुए उसके खिलाफ पुलिस को तहरीर सौंपी थी। झोलाछाप पर आरोप है कि गलत इंजेक्शन लगाने से छात्रा की मौत हुई।
छात्रा की मौत मामले में रविवार को तहसीलदार विपिन चंद्र पंत, स्वास्थ्य विभाग से नोडल अधिकारी डॉ. प्रशांत कौशिक और पीरूमदारा पुलिस चौकी इंचार्ज राजेश जोशी ने क्लीनिक को सील कर दिया। अनियमितता पाए जाने पर एक अन्य झोलाछाप का क्लीनिक सील कर 60 हजार रुपये जुर्माना लगाया है। प्रशासन की कार्रवाई की भनक लगने के बाद रामनगर और ग्रामीण क्षेत्रों में क्लीनिक चला रहे झोलाछापों में खलबली मची है। झोलाछाप अपने क्लीनिक बंद कर फरार हो गए। मामले की जानकारी देते हुए नोडल अधिकारी डॉ. प्रशांत कौशिक ने बताया कि क्लीनिक में कई प्रकार की अनियमितताएं मिली हैं। डॉ. कौशिक ने बताया कि झोलाछापों के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा। वहीं कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि छात्रा के दादा मनवर सिंह नेगी भगतपुर तड़ियाल की तहरीर पर झोलाछाप के खिलाफ केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
स्वास्थ्य विभाग ने सील किया झोलाछाप का क्लीनिक
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