नेपाल राष्ट्र में नगरपालिका और ग्राम विकास समिति के चुनाव संपन्न होने के बाद भारत-नेपाल के बीच सीमा विवाद सुलझने के आसार हैं। बीती 22 अप्रैल को भारत और नेपाल के अधिकारियों के बीच मैत्री बैठक हुई, जिसमें नेपाल में प्रस्तावित निकाय चुनाव के बाद सीमा विवादों के निपटारे की बात पर दोनों देशों में सहमति बनी। आगामी 13 मई को पूरे नेपाल राष्ट्र में नगर पालिका और ग्राम विकास समिति के चुनाव होने हैं। जिसके लिए 10 मई को भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर तीन दिन के लिए सील हो जाएगा। चुनाव संपन्न होने के बाद दोनों देशों की समन्वय बैठक होनी है। जिसके बाद सीमा के विवादित और अतिक्रमण वाले स्थलों को चिह्नित कर सर्वेक्षण किया जाएगा। करीब तीन दशक से भारत- नेपाल के बीच चला आ रहा सीमा विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है।
विवादित स्थलों की रिपोर्ट गृह मंत्रालय भेजी: भारत-नेपाल बॉर्डर में ब्रह्मदेव सीमा से लेकर कंचनपुर पीलीभीत (यूपी) तक कई ऐसे सीमा स्तंभ हैं, जो कि या तो जमीन पर गिरे हैं या फिर गायब हो चुके हैं। सुरक्षा एजेंसियों तक को गायब हो चुके स्तंभों की सटीक जानकारी नहीं है। सीमा विवाद सुलझाने के लिए कई बार दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियां विवादित जगहों की रिपोर्ट अपने-अपने गृह मंत्रालय को भेज चुके हैं। कोरोना महामारी के कारण दो साल तक सीमा सर्वेक्षण के लिए कोई कार्ययोजना तैयार नहीं हो सकी। अब नेपाल में चुनाव होने के बाद वर्षो से चला आ रहा विवाद खत्म होने की उम्मीद जताई जा रही है।
बीते 22 अप्रैल को भारत और नेपाल के प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में भारत-नेपाल सीमा विवाद का मुद्दा प्रमुखता से उठा। बैठक में तय हुआ कि 13 मई को नेपाल राष्ट्र में निकाय चुनाव होने हैं, जिसके बाद सीमा से जुड़े दोनों देशों के विवाद सुलझने के आसार हैं -हिमांशु कफल्टिया, एसडीएम, टनकपुर
भारत-नेपाल के बीच उत्तराखंड में जल्द सुलझेगा सीमा विवाद,नगरपालिका-ग्राम विकास समिति के चुनाव के बाद पहल संभव
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