जल जीवन मिशन के तहत चल रहे कार्यों के मामले में उत्तराखंड के पांच जिले देश के टॉप 127 जिलों में आए हैं। केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने सभी प्रदेशों की अक्तूबर की रैंकिंग जारी की है। हालांकि हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर का प्रदर्शन इसमें खराब रहा है। जल शक्ति मंत्रालय ने जल जीवन मिशन के कार्यों को प्रोत्साहित करने के लिए जल सर्वेक्षण की शुरुआत की है। उत्तराखंड का प्रदर्शन राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर नजर आ रहा है। पांच जिले ऐसे हैं, जिन्होंने 75 से 100 प्रतिशत कवरेज की हाई अचीवर श्रेणी (टॉप 127) में स्थान पाया है। छह जिले ऐसे हैं, जिन्होंने 50 से 75 प्रतिशत कवरेज की अचीवर श्रेणी में स्थान बनाया है।
दो जिले ऐसे हैं, जो 25 से 50 प्रतिशत कवरेज की परफॉर्मर श्रेणी में शामिल हुए हैं। जल जीवन मिशन के निदेशक उदयराज सिंह ने बताया कि हाल ही में मंत्रालय ने प्रोत्साहन देने के लिए यह शुरुआत की है। वहीं, मिशन के अधिकारी मुश्फिक मुस्तफा का कहना है कि हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर की डाटा फीडिंग इस सर्वेक्षण के हिसाब से की जा रही है। नवंबर की रिपोर्ट में निश्चित तौर पर उत्तराखंड के प्रदर्शन में और सुधार देखने को मिलेगा।
क्या है रैंकिंग
जल सर्वेक्षण में पांच रैंक में नंबर दिए गए हैं। पहली फ्रंट रनर श्रेणी है, जिसमें वे जिले शामिल हैं, जिनमें जल जीवन मिशन के लक्ष्य के सापेक्ष 100 प्रतिशत काम हुए हैं। दूसरी हाई अचीवर श्रेणी में वे जिले शामिल हैं, जिनमें 75-100 प्रतिशत काम हुए हैं। तीसरी अचीवर्स श्रेणी में वे जिले शामिल हैं, जिनमें 50-75 प्रतिशत काम हुए हैं। चौथी परफॉमर्स श्रेणी में वे जिले शामिल हैं, जिनमें अक्तूबर के लक्ष्य के सापेक्ष 25-50 प्रतिशत काम हुए हैं। पांचवीं एस्पाइरेंट्स श्रेणी में वे जिले शामिल हैं, जिनमें केवल 0-25 प्रतिशत काम हुए हैं।
जल जीवन सर्वेक्षण: उत्तराखंड के पांच जिले टॉप 127 में शामिल, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर का प्रदर्शन सबसे खराब
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