Friday, November 29, 2024
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जसपुर का आनंद स्वरूप बनकर नौकरी कर रहा था अमरोहा का हरि किशोर

सितारगंज। शिक्षा विभाग की आंखों में धूल झोंक कर एक व्यक्ति 21 वर्षों तक सरकारी शिक्षक बनकर नौकरी करता रहा। बर्खास्त होने के बाद से फरार चल रहे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करने के आरोपी को पुलिस ने अमरोहा (यूपी) में दबिश देकर उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया। बताया जा रहा है कि विवेचना के दौरान आरोपी का दस्तावेज में नाम आनंद स्वरूप था और जबकि फोटो में पहचान कराने पर वह हरि किशोर निकला। शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक नारायणपुर थाना जसपुर निवासी आनंद स्वरूप सितारगंज ब्लॉक क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक विद्यालय जेल कैंप में सहायक अध्यापक पद पर नियुक्त था। वर्ष 1997 में नैनीताल जिले में पहली नियुक्ति हुई थी। उत्तराखंड गठन के बाद उसकी सितारगंज ब्लॉक के जेल कैंप स्थित प्राथमिक स्कूल में तैनाती हो गई। तब से वर्ष 2018 तक स्कूल में पढ़ाता रहा। मामला खुला तो वर्ष 2018 में उसे सस्पेंड कर दिया गया और कुछ समय बाद उसी वर्ष उसे बर्खास्त भी कर दिया गया है।
कोतवाल भूपेंद्र सिंह बृजवाल ने बताया कि बीते 19 दिसंबर 2020 को उप शिक्षाधिकारी सुषमा गौरव ने तहरीर दी थी। इसमें डिप्टी बीईओ ने नारायणपुर थाना जसपुर निवासी आनंद स्वरूप पर फर्जी बीटीसी, इंटरमीडिएट, हाईस्कूल के प्रमाणपत्र और अंकपत्र के आधार पर शिक्षा विभाग में नियुक्ति प्राप्त करने का आरोप लगाया गया था। इस पर आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468 व 471 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। आरोपी को जब सस्पेंड किया गया तो इसके बाद से ही वह फरार हो गया था। बताया कि विवेचना में तस्दीक करने पर अज्ञात व्यक्ति के आनंद स्वरूप के नाम से फर्जी दस्तावेज बनाकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सहायक अध्यापक की नौकरी प्राप्त करना सामने आया। इस पर धारा 419 की बढ़ोतरी कर जांच जारी रखी गई। अज्ञात व्यक्ति के सर्विस रिकॉर्ड बुक में लगे फोटो से तस्दीक की गई तो फोटो ग्राम मझोला खुर्द थाना अमरोहा देहात जिला अमरोहा (यूपी) निवासी हरि किशोर (65) की होना पाई गई। पुलिस ने बृहस्पतिवार को उसके घर में दबिश देकर उसे धर दबोचा। आरोपी को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अब पुलिस जांच में आरोपी की सही पढ़ाई-लिखाई का ब्योरा भी सामने आएगा। टीम में एसआई जनार्दन भट्ट, नरेंद्र यादव, तरुण भट्ट आदि थे।

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