रुद्रपुर। एसएसपी ने जिले के विधायकों के साथ समन्वय बैठक की। इसमें नशे के खिलाफ मिलकर काम करने पर सहमति बनी। साथ ही हर थाना क्षेत्र में पुलिस की ओर से महीने में एक बार होने वाली ग्राम चौकीदारों की बैठक अब दो बार करने का फैसला लिया गया। शनिवार को पुलिस लाइन सभागार में एसएसपी डॉ. मजूनाथ टीसी ने नेता प्रतिपक्ष और खटीमा विधायक भुवन कापड़ी, नानकमत्ता विधायक गोपाल सिंह राणा, रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा और जसपुर विधायक आदेश चौहान के साथ समन्वय बैठक की। उन्होंने पुलिस की ओर से अपराध रोकने के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। इसके साथ ही नशे पर हो रही कार्रवाई के बारे में भी बताया।
कांग्रेस विधायकों ने जिले में बढ़ रहे अपराधों पर गहरी चिंता जताते हुए नशे के बढ़ते चलन और बिक्री पर पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष जताया। खटीमा विधायक कापड़ी ने कहा कि समन्वय बैठक अच्छी पहल है। अपराध रोकने में पुलिस को स्थानीय जनप्रतिनिधियों और जनता का सहयोग लेना चाहिए। नशे के लिए पुलिस का टोल फ्री नंबर भी अलग से होना चाहिए। जसपुर विधायक आदेश चौहान ने सवाल उठाया कि जब चुने हुए प्रतिनिधि को पता है कि नशे की बिक्री कहां-कहां होती है तो पुलिस प्रशासन को भी पता होगा। वे नशे के खिलाफ स्कूलों में जागरूकता अभियान चला रहे हैं और जब तक स्मैक, चरस की बिक्री बंद नहीं होती तब तक पुलिस से संतुष्ट नहीं होंगे। एसएसपी ने बताया कि विधायकों के साथ अपराध समीक्षा नहीं समन्वय बैठक की गई है। नशा पुलिस के साथ ही समाज के लिए नई चुनौती है। नशे के खिलाफ सब मिलकर काम करेंगे और कोशिश करेंगे कि स्कूलों में नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान पाठ्यक्रम की तरह चलाएं। बताया कि अन्य विधायक व्यक्तिगत और अन्य वजहों से बैठक में नहीं आ सके।
सीसीटीवी कैमरों के लिए दिए 15 लाख
रुद्रपुर। एसएसपी ने बताया कि समन्वय बैठक में खटीमा विधायक ने प्रमुख चौराहों और तिराहों पर सीसीटीवी लगाने के लिए 10 लाख रुपये विधायक निधि से देने की घोषणा की है। इसी तरह नानकमत्ता विधायक ने पांच लाख रुपये देने पर हामी भरी है। रुद्रपुर विधायक पांच लाख रुपये पहले ही दे चुके हैं। कोशिश है कि पहले चरण में जिले के सभी प्रमुख चौराहे और तिराहों को सीसीटीवी से लैस किया जाए।
…तो विधायकों की नाराजगी दूर करने की थी कसरत
रुद्रपुर। एसएसपी की ओर से यूं ही समन्वय बैठक की पहल नहीं की गई है। इसके पीछे बीते दिनों विधानसभा सत्र में जोरशोर से उठा जिले की खराब कानून व्यवस्था का मुद्दा अहम वजह माना जा रहा है। कांग्रेस विधायकों ने जिले की कानून व्यवस्था और नशे पर तीखे सवाल उठाए थे जिससे सरकार भी असहज हो गई थी। ये विधायक समय-समय पर पुलिस अधिकारियों को उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेने पर घेरते रहे हैं जिसके बाद तल्ख रहे विधायकों के साथ एसएसपी ने संवाद को बेहतर करने की दिशा में समन्वय बैठक की पहल की। इस बैठक में भी मौजूद विधायक खास तौर पर जसपुर विधायक बेहद तल्ख नजर आए। उन्होंने कहा कि अपराध पूरी तरह खत्म नहीं हो सकता लेकिन कम जरूर किया जा सकता है। एसएसपी ने विधानसभा सत्र में उठे सवालों को लेकर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया।
वारदातों पर अंकुश के लिए सीसीटीवी लगाने की मांग
शक्तिफार्म। नगर पंचायत क्षेत्र में बढ़ती वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए व्यापार मंडल ने पालिका प्रशासन से मुख्य मार्ग सहित गलियों में सीसीटीवी लगाने की मांग की है। शनिवार को व्यापार मंडल अध्यक्ष रविंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में व्यापार मंडल पदाधिकारियों ने नगर पंचायत चेयरमैन सुनील विश्वास और अधिशासी अधिकारी प्रतिभा कोहली को ज्ञापन सौंपा। कहा कि नगर पंचायत क्षेत्र में चोरी, मारपीट और हादसे बढ़ रहे हैं। वारदातों के बढ़ने से व्यापारियों में भी असुरक्षा की भावना है। ज्ञापन सौंपने वालों में व्यापार मंडल अध्यक्ष रविंद्र अग्रवाल, महामंत्री शुभम अग्रवाल, कोषाध्यक्ष शुभम मंडल, देवाशीष पोद्दार, कार्तिक सुतार, गोविंद पोखरिया, विधान मजूमदार आदि थे।
समन्वय बैठक में विधायकों ने उठाया नशे का मुद्दा, मिलकर काम करने पर सहमति
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