रुद्रपुर। शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए आयोजित कार्यशाला में नहीं पहुंचने वाले आठ प्रधानाचार्यों से मुख्य शिक्षाधिकारी ने स्पष्टीकरण मांगा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। कार्यशाला में सरकारी स्कूलों में टॉपर्स की संख्या बढ़ाने पर मंथन किया गया। जिले के 124 सरकारी स्कूलों में टॉपर्स की संख्या मात्र दो होने के बाद से इस संख्या को बढ़ाने की कवायद हो रही है। इसी के लिए बृहस्पतिवार को शिक्षा विभाग ने सेंट मैरी स्कूल में कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें कमजोर बच्चों के लिए विशेष प्रयास करने पर प्रधानाचार्यों को प्रोत्साहित किया गया। मुख्य शिक्षाधिकारी आरसी आर्या ने बताया कि प्री बोर्ड परीक्षा में प्रत्येक बच्चे की सहभागिता आवश्यक है।
इसके लिए अभिभावकों को यह बताना जरूरी है कि यदि छात्र प्री बोर्ड परीक्षा नहीं देता है तो उसे फाइनल बोर्ड परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा। कहा कि अशासकीय स्कूलों में टॉपर निकल रहे हैं और सरकारी स्कूलों में टॉपर बच्चे कम होना चिंतनीय है। उन्होंने कहा कि स्कूल के सभी बच्चों का उत्तीर्ण होना जरूरी है और अधिक से अधिक टॉपर के लिए सभी को कमर कसनी है। कार्यशाला में बीईओ गदरपुर, बाजपुर भाष्करानंद पांडेय, बीईओ खटीमा, सितारगंज डीएस राजपूत, उपशिक्षा अधिकारी डॉ. गुंजन अमरोही, सुषमा गौरव, प्रधानाचार्य फैज खान, प्रमोद पांडे आदि मौजूद रहे।
जनता इंटर कॉलेज सभागार की होगी जांच
रुद्रपुर। मुख्य शिक्षा अधिकारी आरसी आर्या ने कहा कि जनता इंटर कॉलेज के सभागार के क्षतिग्रस्त होने की बात कही जा रही है। ऐसे में अभियंता को भेजकर हॉल की जांच कराई जाएगी। सीईओ ने नाराजगी भरे लहजे में कहा कि जनता इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य बैठक मेें कभी नहीं आते है। उन्होंने कहा कि स्कूलों के प्रधानाचार्य शिक्षकों को अनावश्यक अवकाश न दें। यदि निरीक्षण में कम शिक्षक मिले तो प्रधानाचार्य को इसके लिए जिम्मेदार माना जाएगा।
इन प्रधानाचार्यों से मांगा स्पष्टीकरण
जीआईसी कुंडा, हाईस्कूल नगला तराई, जीजीआईसी बावरखेड़ा, जीजीआईसी नगला, एएन झा करनपुर, जीबी पंत काशीपुर, राउमावि सरपुड़ा और जीजीआईसी दिनेशपुर।
सीईओ की जांच के लिए डीएम को दिया ज्ञापन
रुद्रपुर। गुरुनानक शिक्षा समिति के प्रबंधक गुरमीत सिंह ने सीईओ पर पूर्वाग्रह का आरोप लगाते हुए डीएम को पत्र भेजकर जांच की मांग की है। पत्र में लिखा है कि सीईओ आरसी आर्या ने गुरुनानक बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य को 13 दिसंबर को एक पत्र भेजा। वहीं एक पत्र शाम को व्हाट्सएप पर भेजकर तीन मिनट मेें जवाब मांगा गया। उन्होंने तीन मिनट में जवाब मांगने को गलत बताया और पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर कार्य करने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि सीईओ ने प्रधानाचार्य को पद से हटाने की चेतावनी दी है। वहीं सीईओ आरसी आर्या का कहना है कि उन्होंने पहला पत्र नवंबर में ही भेजा था। नियमानुसार ही जवाब मांगा गया था।
कार्यशाला में नहीं पहुंचे आठ प्रधानाचार्यों से मांगा स्पष्टीकरण
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