Thursday, November 13, 2025
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स्वास्थ्य केंद्र में असुविधाएं देख भड़कीं एनएचएम निदेशक

रुद्रपुर। एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) की निदेशक डॉ. सरोज नैथानी ने ट्रांजिट कैंप स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर का निरीक्षण किया। स्वास्थ्य केंद्र में बच्चों की पर्याप्त दवाएं उपलब्ध न होने, सभी एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं के नियमित रूप से केंद्र पर न आने पर उन्होंने नाराजगी जताई। बृहस्पतिवार सुबह करीब सवा 11 बजे डॉ. नैथानी ट्रांजिट कैंप स्थित वेलनेस सेंटर का निरीक्षण करने पहुंची। उन्होंने केंद्र में कर्मचारियों की उपस्थिति रजिस्टर व स्टोर में बच्चों की दवाओं की उपलब्धता जांची। केंद्र में बच्चों के पर्याप्त दवाएं न मिलने पर उन्होंने कर्मचारियों को चेतावनी दी। उन्होंने इलाज के लिए पहुंचे बच्चों का वजन भी तुलवाया। साथ ही बच्चों की माताओं से स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया। केंद्र पर एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं के नियमित रूप से न पहुंचने को उन्होंने गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि ड्यूटी के प्रति लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहां पर सीएमओ डॉ. सुनीता चुफाल रतूड़ी, डॉ. संदीप राय, बबीता मालाकार, डीएस भंडारी, रंजना कांडपाल, रेखा, कविता, मोनिका, रामस्वरूप शर्मा आदि थे।
एनएचएम के कार्यक्रमों में तेजी लाएं : डॉ. सरोज
रुद्रपुर। एनएचएम निदेशक डॉ. सरोज नैथानी ने बृहस्पतिवार को जिले में संचालित एनएचएम के कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व डॉक्टरों को एनएचएम के तहत संचालित सभी कार्यक्रमों में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही संगिनी मोबाइल एप के वर्जन-2 की जानकारी दी। डॉ. नैथानी ने कहा कि संगिनी मोबाइल एप के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग से संबंधित आंकड़े व सूचनाएं जुटाने में आसानी होगी। शिशु व मातृ सुरक्षा में भी यह मोबाइल एप कारगार साबित होगा। बाद में उन्होंने जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र (डीआईसी) का निरीक्षण कर बच्चों को मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली। वहां पर सीएमओ डॉ. सुनीता रतूड़ी चुफाल, एसीएमओ डॉ. तपन शर्मा, डॉ. अजय कुमार, निधि शर्मा, डीएस भंडारी, चांद मियां आदि मौजूद रहे।
सरकारी अस्पताल को जल्द मिलेगा निश्चेतक
काशीपुर। एलडी भट्ट उप जिला चिकित्सालय में लगभग 92 दिन से रिक्त चल रहे निश्चेतक के पद पर एनएचएम के तहत डॉक्टर की शीघ्र ही तैनाती होने की उम्मीद है। एलडी भट्ट उप जिला चिकित्सालय में तैनात निश्चेतक डॉ. मदन मोहन के 30 मार्च को सेवानिवृत्त होने के बाद से यह पद रिक्त है। इसके चलते अस्पताल में ऑपरेशन करने में सर्जन डॉक्टर को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में प्रतिदिन 3-4 ऑपरेशन होते हैं। ऐसे में अस्पताल प्रशासन सेवानिवृत्त निश्चेतक डॉ. मदन मोहन से समय-समय पर सहयोग लेता रहता है। इसका उनको एनएचएम की गाइडलाइन के भुगतान किया जाता है। लेकिन स्थायी रूप से निश्चेतक की तैनाती नहीं होने से कई बार परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। सीएमएस डॉ. कैमाश राणा के मुताबिक वह इस संबंध में मुख्यालय से पत्राचार कर चुके हैं। मुख्यालय को बताया गया है कि हमारे पास सर्जन डॉक्टर तो हैं लेकिन निश्चेतक की स्थायी तैनाती नहीं होने से समस्या होती है।
कोट
बुधवार को एनएचएम की डायरेक्टर डॉ. सरोज नैथानी से काशीपुर अस्पताल में एनएचएम के तहत निश्चेतक की तैनाती पर चर्चा हुई थी। उन्होंने आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही निश्चेतक की तैनाती कर दी जाएगी। – डॉ. सुनीता रतूड़ी, सीएमओ, जिला ऊधमसिंह नगर।
सेवानिवृत्ति पर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पंचपाल को दी विदाइर्
रुद्रपुर। जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवेंद्र सिंह पंचपाल की सेवानिवृत्ति पर बृहस्पतिवार को उन्हें भावभीनी विदाई दी गई। विदाई समारोह में डॉक्टरों व कर्मचारियों ने फूल मालाएं पहनाकर व स्मृति चिह्न भेंट किया। जिला अस्पताल के नए प्रमुख अधीक्षक का प्रभार ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. आरके सिन्हा को दिया गया है। समारोह में सीएमओ डॉ. सुनीता चुफाल रतूड़ी, डॉ. आरके सिन्हा, डॉ. ललित उप्रेती, प्रबंधक डॉ. अजयवीर सिंह, फार्मासिस्ट बीएन बेलवाल, रमेश जोशी, जेएल चौधरी, दीपा जोशी, एनसी तिवारी, जितेंद्र बृजवाल आदि मौजूद थे।
दवा नहीं मिलने पर मरीजों का प्रदर्शन
काशीपुर। सरकारी अस्पताल स्थित ओएसटी में बजट आने के बावजूद एक माह से दवा नहीं मिल रही है जिससे मरीजों में गुस्सा है। आक्रोशित मरीजों ने शीघ्र दवा उपलब्ध नहीं कराने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। बृहस्पतिवार को एलडी भट्ट उप जिला चिकित्सालय में स्थित ओएसटी सेंटर से दवा लेने वाले मरीजों ने एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा ओएसटी में इंजेक्शन से नशा करने वालों का नशा छुड़ाने को दवा दी जाती है। रोजाना 100 मरीज ओएसटी में दवा खाने पहुंचते हैं। कहा पिछले एक माह से ओएसटी सेंटर में दवा उपलब्ध नहीं है। कहा वह इस संबंध में कई बार सीएमएस को भी अवगत करा चुके हैं लेकिन हालात जस के तस हैं। ऐसे में उन्हें बाजार से 55 रुपये की एक गोली खरीदनी पड़ रही है। इस दौरान उन्होंने शीघ्र दवा उपलब्ध कराने की मांग की।

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