दिल्ली पब्लिक स्कूल रानीपुर में पृथ्वी दिवस के अवसर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। जिसमें सभी आयुवर्ग के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का आरंभ विशेष प्रार्थना सभा से हुआ जिसमें छात्रों ने समूह गान द्वारा स्वस्थ पृथ्वी को स्वस्थ जीवन का आधार बताया।
कार्यक्रम में वार्ता के माध्यम से बच्चों ने वृक्षों, नदियों और जीव-जंतुओं को पृथ्वी का सुरक्षा कवच बताया। वर्तमान में धरती के बिगड़ते स्वरूप और उसके सुधार के लिए किए जाने वाले प्रयासों पर भी विद्यार्थियों ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम के दूसरे चरण में ‘मिट्टी बचाओ नामक नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया। छात्रों ने अपने अभिनय कौशल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। छात्रों द्वारा विद्यालय परिसर की दीवारों पर पर्यावरण-संरक्षण का संदेश देते हुए आकर्षक चित्र बनाए गए।
पोस्टर मेकिंग गतिविधि के अन्तर्गत छात्रों ने धरती की सुरक्षा से जुड़े रंग-बिरंगे संदेश दिए। प्री प्राइमरी विंग के नन्हें-मुन्हें बच्चों को प्रकृति की निकटता अनुभव कराने के लिए उन्हें विद्यालय के बगीचों में भ्रमण कराया गया। इस अवसर पर छात्रों ने विद्यालय के सभी बुलेटिन बोर्ड्स को भी सजाया। प्रधानाचार्य डॉ. अनुपम जग्गा ने कहा कि यदि हमें पृथ्वी को सजाना और सँवारना है तो हमें पोलोथीन को ना और वृक्षारोपण को हां कहना ही होगा। लोग बचा हुआ खाना पॉलिथीन में बांधकर कूड़े में डाल देते हैं जिस कारण वह बेसहारा पशुओं के पेट में चली जाती है तथा पशुओं की मृत्यु हो जाती है। यदि हमें पृथ्वी को बचाना है तो स्वार्थ को त्याग कर बेजुबान पशु-पक्षियों को भी बचाना होगा। उन्होंने सभी छात्रों से 23 अप्रैल को पौधारोपण करने के लिए कहा। विद्यालय की ओर से छात्रों को मिट्टी के पात्र दिए गए ताकि वे उनमें जल भरकर पंछियों की प्यास बुझा सकें। कार्यक्रम में मनीषा जग्गा, पविंदर सिंह बल, अनुपमा श्रीवास्तव, आरती बाटला सहित सभी विंग के मुख्य अध्यापक उपस्थित रहे।
पृथ्वी दिवस पर ‘मिट्टी बचाओनुक्कड़ नाटक का मंचन
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