देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में सात दिवसीय बेसिक स्काउट मास्टर एवं गाइड कैप्टन शिविर का शुक्रवार को समापन हो गया। शिविर में देसंविवि के बीएड के चालीस छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
शिविर के समापन अवसर पर देसंविवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि स्काउट एवं गाइड सेवा के पर्याय के रूप माना जाता है। प्रशिक्षण के दौरान सीखे गुणों को अपने-अपने व्यवहारिक जीवन में उतारें। डॉ. पण्ड्या ने विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से स्काउट एवं गाइड भाव को सदैव जीवंत बनाये रखने के लिए आह्वान किया। शिक्षकों को राष्ट्र निर्माण की धुरी बताते हुए भविष्य में गुणवान शिक्षकों की महती आवश्यकता बताई।
जिला संगठन आयुक्त शांतिकुंज मंगल सिंह गढ़वाल ने बताया कि सात दिन तक चले इस शिविर में प्रतिभागियों को बंधन, तंबू निर्माण, स्काउट विद्या, हाईक आदि के व्यवहारिक एवं सैद्धांतिक प्रशिक्षण दिए गए। शिविर में छात्र कल्याण अधिकारी संदीप कुमार सहित लीडर ऑफ द कोर्स नरेंद्र सिंह एवं राज्य प्रशिक्षण आयुक्त आरएस नेगी, गायत्री साहू, विवेक सुबुद्धि आदि ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया।
स्काउट एवं गाइड सेवा का पर्याय : चिन्मय
RELATED ARTICLES