बागेश्वर। डुंगरी गांव की 38 वर्षीय दिव्यांग प्रेमा को आठ महीने से दिव्यांग पेंशन नहीं मिली है। हाथ और पैर की लाचारी के चलते उनका अब तक आधार कार्ड नहीं बन सका है। विकलांगता के चलते परिवार वाले उन्हें आधार सेंटर तक ला पाने में असमर्थ हैं। परिवार ने प्रशासन से घर पर उनका आधार कार्ड बनवाने और पेंशन बहाल करवाने की मांग की है। प्रेमा के दोनों पैर आपस में जुड़े होने के कारण वह खड़ी नहीं हो सकती हैं। दोनों हाथों की उंगलियां भी आपस में जुड़ी हैं। परिवार वालों को उन्हें भोजन तक कराना पड़ता है। प्रेमा के पिता रमी राम ने बताया कि वर्ष 2002 से उनकी बेटी को दिव्यांग पेंशन मिलनी शुरु हुई थी।
मार्च 2017 तक लगातार पेंशन मिली, लेकिन अप्रैल से दिसंबर 2017 पेंशन नहीं मिल पाई। विभाग में लगातार सूचना देने के बाद जनवरी 2018 से जून 2022 तक फिर पेंशन खाते में आई, लेकिन जून से अब तक पेंशन बंद है। उन्होंने बताया कि विभाग में आधार कार्ड देना है, जबकि उनकी बेटी का आधार कार्ड बन नहीं सका है। दिव्यांगता के चलते उसे आधार सेंटर तक लाना संभव नहीं हो रहा है। उसकी दोनों हाथों की उंगलियों के मुड़ा होने से भी परेशानी है। इधर, एसडीएम हरगिरी ने कहा कि दिव्यांग की हालत की जानकारी लेकर उनके घर पर ही आधार कार्ड बनवाने का प्रयास किया जाएगा और जल्द उन्हें दिव्यांग पेंशन का लाभ दिलाया जाएगा।
आठ महीने से दिव्यांग प्रेमा को नहीं मिल रही पेंशन
RELATED ARTICLES