दीपावली के त्योहार मनाने के लिए दिल्ली, चंडीगढ़, देहरादून से अपने गांव जा रहे लोगों को बसें नहीं मिली। कई लोगों को खड़े-खड़े ही अपने गांव की ओर प्रस्थान करना पड़ा। कई कई लोग टैक्सी बुक कराकर अपने गांव की ओर रवाना हुए। सबसे ज्यादा उन गांवों के लोगों ने परेशानी झेली जहां बस सेवा बंद होने के बाद टैक्सियों का ही संचालन होता है। त्योहारी सीजन होने के कारण सुबह से ही लोग अपने घर जाने के आईएसबीटी स्थित प्राइवेट बस अड्डा पहुंचने लगे थे। इस दौरान श्रीनगर, कर्णप्रयाग, उत्तरकाशी, नई टिहरी जाने वाली बसों में सुबह से ही भीड़ थी। जिन रूटों पर बसों का संचालन बंद हो गया है उन रूट के लोगों को ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ी।
गांव जाने वाले टैक्सियां सवारियां मिलने पर सुबह ही गांव की ओर निकल गई थी, ऐसे में दिल्ली और चंडीगढ़, देहरादून से लोगों को गांव जाने के लिए टैक्सी बुक करानी पड़ी। कई यात्री ऐसे भी थे जिन्होंने बसों में भीड़ को देखकर टैक्सियों से जानी में भलाई समझी। वहीं एकल मार्ग रोटेशन के अध्यक्ष योगेश उनियाल ने बताया कि सभी मार्गों पर बसें भेजी गई थी। जिन कुछ रूटों पर त्योहारों के कारण सवारियों की संख्या बढ़ गई थी। वहीं रोडवेज बसें भी दिल्ली और देहरादून रूट पर पैक होकर आती जाती रही। रोडवेज डिपो के एजीएम पीके भारती ने बताया कि दीपावली के त्योहार के कारण बसों में भीड़ रही।
दिवाली के त्योहार मनाने के लिए घर जा रहे लोगों ने झेली परेशानी
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