प्रदेश के शिक्षकों के अटैचमेंट के लिए मानक तय कर कार्मिक विभाग की नियमावली में संशोधन किया जाएगा। शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा, विभाग से इसके लिए प्रस्ताव मांगा गया है। नियमावली में संशोधन के बाद जल्द इसका शासनादेश जारी किया जाएगा। प्रदेश में इन दिनों उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षाएं चल रही हैं। 2763 स्कूल एकल शिक्षकों के भरोसे चल रहे हैं। विभाग की ओर से शिक्षकों की व्यवस्था किए बिना अटैचमेंट खत्म कर दिए गए। इससे राज्य के 600 से ज्यादा स्कूलों में ताला लगने की नौबत आ गई थी। अमर उजाला में इस खबर के प्रकाशित होने के बाद विभाग की ओर से शिक्षकों के अटैचमेंट के लिए व्यवस्था बनाई जा रही है। मंगलवार को बीजापुर गेस्ट हाउस में हुई कार्मिक एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक में शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा, प्रदेश में कोई स्कूल बंद न हो और शिक्षकों को भी दिक्कत न हो, इसके लिए शिक्षकों के अटैचमेंट के लिए मानक तय किए जाएंगे। विभागीय अधिकारियों से इसका प्रस्ताव मांगा गया है।
अटैचमेंट के लिए जो तय मानक देखे जाएंगे
मंत्री ने कहा, वर्तमान में कार्मिक विभाग की नियमावली के अनुसार अटैचमेंट की कोई व्यवस्था नहीं है, लेकिन जो स्कूल एकल शिक्षकों के भरोसे चल रहे हैं, संबंधित शिक्षक के छुट्टी पर रहने, शिक्षिकाओं के बाल्य देखभाल अवकाश पर जाने एवं गंभीर बीमार होने पर शिक्षकों का अटैचमेंट करना पड़ता है। अटैचमेंट के लिए जो मानक तय किया जाएगा, उसमें यह देखा जाएगा कि किन-किन परिस्थितियों में शिक्षकों को अटैच किया जा सकता है। बैठक में सचिव कार्मिक शैलेश बगौली, सचिव शिक्षा रविनाथ रमन, शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी आदि मौजूद रहे। शिक्षकों के अटैचमेंट की जरूरत क्यों पड़ती है, इसके अध्ययन के लिए दो लोगों की समिति गठित की गई है। इस समिति में, मैं और शिक्षा सचिव शामिल हैं। समिति एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देगी। समिति यह सुझाव भी देगी की शिक्षकों का अटैचमेंट करना पड़े तो इसके लिए क्या किया जा सकता है। – शैलेश बगौली, सचिव कार्मिक
शिक्षकों के अटैचमेंट के लिए कार्मिक विभाग की नियमावली में होगा संशोधन, दो सदस्यीय समिति गठित
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