Priyanka Gandhi on Vande Mataram Debate: लोकसभा में प्रियंका का तीखा हमला, वंदे मातरम चर्चा को बताया ‘ध्यान भटकाने की कोशिश’
नई दिल्ली: लोकसभा में वंदे मातरम पर हुई बहस के दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा राजनीतिक हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह बहस जनता के वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए लाई गई है, जबकि वंदे मातरम 150 वर्षों से भारतीय आत्मा का अभिन्न हिस्सा है।
वंदे मातरम पर बहस क्यों?— प्रियंका गांधी ने सरकार से पूछा सवाल
प्रियंका गांधी ने कहा कि यह गीत भारत की आजादी की लड़ाई का प्रतीक है और इसे विवाद में लाने की कोई जरूरत नहीं थी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पश्चिम बंगाल चुनावों को देखते हुए इस विषय को सदन में लेकर आई है।
उन्होंने कहा—
“वंदे मातरम केवल एक भावना नहीं, बल्कि वह शक्ति है जिसने ब्रिटिश साम्राज्य को भी झुकने पर मजबूर किया।”
“हम देश के लिए हैं, आप चुनाव के लिए”— सत्ता पक्ष पर बड़ा हमला
लोकसभा में अपने संबोधन में प्रियंका गांधी ने 1937 में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और पंडित नेहरू के बीच हुए पत्राचार का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यसमिति ने 28 अक्टूबर 1937 को वंदे मातरम को राष्ट्रगीत घोषित किया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने तथ्य अधूरे बताए।
उन्होंने कहा—
“हम देश के लिए खड़े हैं, लेकिन आप केवल चुनाव के लिए चर्चा कराते हैं।”
“मोदी जितने साल पीएम, नेहरू उतने साल जेल में रहे”— प्रियंका गांधी का सीधा हमला
प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना करते हुए कहा:
“प्रधानमंत्री 12 साल से सत्ता में हैं, लेकिन पंडित नेहरू ने 12 साल आजादी की लड़ाई में जेल में बिताए थे।”
उन्होंने यह भी कहा कि नेहरू 12 वर्षों की कैद के बाद 17 साल तक देश का नेतृत्व करते रहे। प्रियंका ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह बार-बार नेहरू को निशाना बनाकर जन मुद्दों की चर्चा से बचती है।
वंदे मातरम देशभक्ति की प्रेरणा— प्रियंका गांधी
कांग्रेस सांसद ने बताया कि:
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1896 में रवींद्रनाथ टैगोर ने कांग्रेस अधिवेशन में यह गीत गाया
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बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने इसे मूल रूप से दो छंदों में लिखा
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1882 में ‘आनंदमठ’ में चार और छंद जोड़े गए
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1905 के आंदोलन में यह ब्रिटिश शासन के खिलाफ प्रतीक बना
उन्होंने कहा कि 1930 के दशक में सांप्रदायिक राजनीति बढ़ने के बाद यह गीत विवाद में घसीटा गया।
“आज के पीएम पहले जैसे नहीं रहे”— प्रियंका का दावा
प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की नीतियां देश को कमजोर कर रही हैं। उन्होंने दावा किया कि सत्ता पक्ष में कई लोग सरकार की दिशा से असहमत हैं लेकिन खुलकर बोल नहीं पा रहे।
उन्होंने कहा कि जनता महंगाई, बेरोजगारी और प्रदूषण जैसी समस्याओं से परेशान है, लेकिन सरकार इतिहास की बहसों में उलझाकर ध्यान भटकाती है।
“पीएम अच्छे वक्ता, लेकिन तथ्य कमजोर”— प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने वंदे मातरम से जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों के कुछ अहम हिस्सों का जिक्र नहीं किया। उन्होंने कहा कि वह सदन में “तथ्यों को तथ्य की तरह” प्रस्तुत करना चाहती हैं ताकि युवा पीढ़ी इतिहास को सही रूप में समझ सके।
देश कमजोर हो रहा, सरकार भविष्य पर ध्यान नहीं दे रही— प्रियंका गांधी
प्रियंका ने कहा कि सरकार वर्तमान और भविष्य के मुद्दों पर गंभीर नहीं है और लगातार इतिहास के बहानों में उलझकर जनता का ध्यान भटका रही है। उन्होंने कहा कि जब चुनावों का समय आएगा, विपक्ष जनता के मुद्दों को मजबूती से उठाएगा।