रोडवेज, निजी बसों, विक्रम, ऑटो, टैक्सी, मैक्सी और सिटी बसों के साथ ही ट्रकों को किराया कितना होगा, यह राज्य परिवहन प्राधिकरण ही तय करेगा। फिलहाल पूर्व की बैठक में गठित हुई समिति ने दोबारा अपनी रिपोर्ट परिवहन मुख्यालय को भेज दी है।
आरटीओ देहरादून की अध्यक्षता में किराया बढ़ोतरी को एक समिति गठित की गई थी। इस समिति ने अपनी रिपोर्ट मुख्यालय को भेजी थी, जिसके आधार पर विधानसभा चुनाव से पहले राज्य परिवहन प्राधिकरण की बैठक हुई थी। रिपोर्ट में कई खामियां मानते हुए किराए पर फैसला नहीं हुआ था। दोबारा आरटीओ दून की अध्यक्षता में समिति गठित की गई थी, जिसने दोबारा किराया बढ़ोतरी का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा है। इसमें रोडवेज बसों, निजी बसों सहित सभी यात्री वाहनों के किराए में करीब 40 फीसदी बढ़ोतरी की सिफारिश की गई है। आरटीओ देहरादून प्रशासन दिनेश चंद्र पठोई का कहना है कि डीजल के दामों के साथ ही वाहनों के पार्ट्स, टायर, मेंटिनेंस की महंगाई को मद्देनजर रखते हुए किराया बढ़ोतरी का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया है।
माना जा रहा है कि कुल मिलाकर करीब 40 प्रतिशत बढ़ोतरी का यह प्रस्ताव है। अब इस प्रस्ताव पर निर्णय एसटीए की बैठक में ही होगा। प्राधिकरण ही तय करेगा कि असल में किराया बढ़ोतरी कितनी होगी। चूंकि चारधाम यात्रा शुरू होने में काफी कम समय बचा है। इसलिए 48 घंटे के शॉर्ट नोटिस पर एसटीए की बैठक बुलाने की तैयारी चल रही है। माना जा रहा है कि सप्ताहभर में किराए पर फैसला हो जाएगा।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट: प्राधिकरण ही तय करेगा निजी बसों, विक्रम, ऑटो, सहित रोडवेज का किराया, समिति ने दोबारा भेजी रिपोर्ट
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