अल्मोड़ा/रानीखेत/बागेश्वर। लंबे इंतजार के बाद सोमवार को अल्मोड़ा और बागेश्वर जिले में झमाझम बारिश हुई। रानीखेत उपमंडल के द्वाराहाट तहसील के स्वर्गपुरी पांडवखोली आश्रम, बागेश्वर जिले के कपकोट तहसील क्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाकों और कौसानी के ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम का पहला हिमपात हुआ। बारिश से किसानों के चेहरे पर राहत की रौनक है। बारिश के बाद अल्मोड़ा में अधिकतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, बागेश्वर में सोमवार को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री और अधिकतम तापमान 12 डिग्री रहा।
सोमवार को अल्मोड़ा जिला मुख्यालय सहित भिकियासैंण, सोमेश्वर, हवालबाग, चौखुटिया, भैंसियाछाना, सल्ट, ताड़ीखेत, ताकुला, स्याल्दे, लमगड़ा सहित अन्य हिस्सों में बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त रहा। बारिश के बाद पूरे दिन सर्द हवाएं चलने से लोगों को ठंड अधिक लगी। घाटी वाले इलाकों में बारिश के साथ कोहरा छाया रहा। आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक सोमवार को अधिकतम तापमान 9 और न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इधर, पूरा रानीखेत क्षेत्र शीतलहर की चपेट में आ गया है। सोमवार सुबह से ही आसमान में बादल दिखने शुरू हो गए और नौ बजे से तेज बारिश के साथ हिमकण गिरने शुरू हो गए। हालांकि चौबटिया और रानीखेत क्षेत्र में अभी भी बर्फ नहीं गिरी है। उधर, द्वाराहाट क्षेत्र में भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जगह-जगह लोग अलाव का सहारा लेते देखे गए।
फसलों को मिलेगा नया जीवन : धनपत
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में लंबे समय तक बारिश न होने से 28,000 हेक्टेयर में बोई गई रबी की फसल सूखने के कगार पर पहुंच गई थी। विशेषज्ञ बारिश को फसल और बागवानी के लिए लाभदायक बता रहे हैं। मुख्य कृषि अधिकारी धनपत कुमार ने कहा निश्चित तौर पर यह बारिश फसलों के लिए जीवनदायिनी है। उन्होंने कहा कि इससे फसल सूखने से बचेगी।
बीमारी पर लगेगी लगाम : डॉ. पंत
अल्मोड़ा। सीएमओ डॉ. एचसी पंत के मुताबिक बारिश न होने से मौसम शुष्क था। जिससे बच्चे और अन्य लोग निमोनिया, सांस, टॉयफायड सहित अन्य रोगों की चपेट में आ रहे थे। अब बारिश के बाद मौसम में नमी आने से इन बीमारियों का प्रकोप कम होगा, जो राहत की बात है।
अल्मोड़ा में बीते एक सप्ताह का तापमान(डिग्री सेल्सियस में)
दिन मंगलवार बुधवार बृहस्पतिवार शुक्रवार शनिवार रविवार सोमवार
अधिकतम 10 9 11 13 14 13 9
न्यूनतम 2 4 5 4 3 4 3
देर शाम तक गिरती रही बर्फ
बागेश्वर। जिले में बर्फबारी और बारिश से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान इस बार सटीक साबित हुआ है। 29 और 30 जनवरी को जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश, बर्फबारी की संभावना व्यक्त की गई थी। रविवार से ही मौसम में तब्दीली आ गई थी। आसमान बादलों से घिरा थी। रविवार को कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई थी। सोमवार को सुबह से ही उंचाई वाले इलाकों में बारिश होने लगी थी। जिला मुख्यालय के साथ ही निचले इलाकों में हल्की बारिश हुई। शाम तीन बजे के बाद हिमालयी क्षेत्र से सटे इलाकों के साथ ही कौसानी के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने लगी। आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार दजिले के हिमालयी क्षेत्र से सटे सोराग,झोपड़ा, खाती, बदियाकोट, शामा, पतियासार , लीती और कर्मी के आबादी के पास की पहाड़ियों में बर्फबारी हुई। इधर, कौसानी के रुद्राधारी और पिनाकेश्वर की पहाड़ियों में बर्फ गिरी है। बर्फ गिरने का क्रम देर शाम तक जारी था। बर्फबारी से किसी प्रकार के नुकसान या सड़क बंद होने की सूचना नहीं है।
अल्मोड़ा में झमाझम बारिश, किसानों के चेहरे खिले
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