पूरे देश में सिलसिलेवार हमले के बाद रुड़की के डाडा जलालपुर गांव में भी शोभायात्रा को साजिश के तहत निशाना बनाया गया था। कुछ ग्रामीणों की मानें तो धार्मिक स्थल से हथियार लेकर जुटने का भी एलान हुआ था। बवाल से पहले छतों पर पत्थर एकत्रित किए गए। उपद्रवी धारदार हथियार और डंडे लेकर मौके पर पहुंचे थे। योजना के तहत शोभायात्रा को घेरकर हमला किया गया था। पुलिस को इस तरह के साक्ष्य भी मिले हैं। इसी बिंदु को लेकर पुलिस की जांच भी आगे बढ़ रही है।
पहले कभी नहीं हुई इस तरह की घटना
प्रदेश में अभी तक इस तरह से किसी शोभायात्रा को निशाना नहीं बनाया गया था। मध्य प्रदेश के खरगौन में रामनवमी के दिन शोभायात्रा पर हमला किया गया था। इस घटना से पूरा देश हिल गया था। इसी दिन देश के कई हिस्सों में भी इस तरह की घटनाएं हुई थी। इसे लेकर हरिद्वार पुलिस पहले से चौकन्नी थी। हनुमान जयंती पर पहले दिल्ली में फिर हरिद्वार जिले के डाडा जलालपुर में इस तरह की घटना की किसी को उम्मीद नहीं थी। शोभायात्रा पर हमले के बाद अब परतें खुलने लगी हैं। बवाल से पहले शोभायात्रा के आगे और पीछे उपद्रवी ने घेराबंदी की थी। यही नहीं मकान की कई छतों से एक साथ हमला हुआ। पुलिस ने मकान की छतों से पत्थर भी कब्जे में लिए। ग्रामीणों की मानें तो आधी रात के बाद जब दूसरी बार उपद्रवियों ने दुकान और छप्पर में आग लगाई, उस समय भी धार्मिक स्थल से एलान हुआ कि लोग घरों से हथियार लेकर बाहर आ जाएं। लेकिन, पुलिस ने यह होने नहीं दिया। यह एलान किसने किया और किसके कहने पर हुआ, इसकी भी पुलिस जांच कर रही है। साजिश की बात अब ग्रामीण भी कह रहे हैं। ग्रामीण विनोद कुमार ने बताया कि साजिश के तहत हमला हुआ। साथ ही हमले में बाहरी लोगों के शामिल होने के भी आरोप लगाए। वहीं गांव के जफीर ने भी बाहरी व्यक्तियों के आकर हमला करने के आरोप लगाए। पुलिस भी इसे साजिश मानते हुए जांच को आगे बढ़ा रही है। एसपी देहात प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि बवाल में जिस तरह के साक्ष्य सामने आ रहे हैं, उससे साजिश की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता। पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है।
पाकिस्तान जिंदाबाद के नारों के साथ फेंके गए पत्थर
शोभायात्रा पर उपद्रवियों ने कांच की बोतल फेंकी थी। पीडि़तों ने बताया कि उपद्रवी पाकिस्तान जिंदाबाद और हिंदुस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगा रहे थे। शोभायात्रा पर हुए हमले में घायल आठ ग्रामीणों का उपचार सिविल अस्पताल रुड़की में चल रहा है। दैनिक जागरण से बातचीत में घायल शुभम सैनी ने बताया कि शोभायात्रा उत्साह के साथ निकाली जा रही थी।
रात के बवाल के बाद दिल दहला गया सुबह का मंजर
डाडा जलालपुर गांव में हुए बवाल के बाद रातभर दहशत का माहौल रहा। कुछ लोग घरों में दुबके रहे। वहीं आधी रात तक हो हल्ला होता रही। रात के अंधेरे के बाद जब सुबह की रोशनी फैली तो गलियों में फैले पत्थर और जगह-जगह घर के बाहर लगे बिजली के मीटर टूटे मिले। कहीं जले हुए वाहन दिखे तो कहीं पर क्षतिग्रस्त वाहन। गांव की गलियों में घर के बाहर लगे बिजली के मीटरों को भी उपद्रवियों ने नहीं बख्शा। करीब 100 से अधिक बिजली के मीटर को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इसके अलावा 10 से अधिक वाहनों में तोडफ़ोड़ हुई। कुछ घरों में भी तोडफ़ोड़ करने के आरोप हैं।
रुड़की जलालपुर हिंसा: सुनियोजित साजिश का संकेत दे रहे साक्ष्य, ग्रामीणों का आरोप- धर्मस्थल से हुआ था हथियार लेकर जुटने का एलान
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