Wednesday, October 30, 2024
Homeउत्तराखण्डदो छात्रों की मौत के बाद स्कूल प्रिंसिपल सस्पेंड

दो छात्रों की मौत के बाद स्कूल प्रिंसिपल सस्पेंड

रुद्रपुर। कॉर्बेट फॉल टूर पर गए दो छात्रों की मौत मामले में द्रोण कॉलेज ने प्रिंसिपल हरप्रीत कौर को सस्पेंड कर दिया है। चार शिक्षकों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है।
द्रोण कॉलेज दिनेशपुर के फार्मेसी डिप्लोमा के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों का दल रविवार को नैनीताल घूमने के लिए आया था। रूसी बाईपास पर पुलिस ने बस को नैनीताल नहीं जाने दिया तो सभी ने नया गांव स्थित कॉर्बेट फॉल घूमने का फैसला किया। यहां नहाते समय ट्रांजिट कैंप में दुर्गा मंदिर के सामने रहने वाले किशोर अधिकारी का बेटा अभिजीत और गोविंद नगर, ट्रांजिट कैंप निवासी गौरव का बेटा भी रिक्की वैद्य डूब गए। दोनों डी फार्मा के छात्र थे।रिक्की का शव रविवार की शाम को बरामद कर लिया गया था। अभिजीत का शव सोमवार को बरामद किया गया। कॉलेज प्रबंधन के सचिव किशोर शर्मा ने बताया कि इसे लापरवाही मानते हुए प्रिंसिपल पर फौरी कार्रवाई की गई है। शिक्षक संगीता, मनीषा, नीराज आदि पर भी कार्रवाई के लिए विधिक सलाह ली जा रही है। सोमवार को ट्रांजिट कैंप स्थित श्मशान घाट पर दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान मेयर रामपाल सिंह, भाजपा उत्तरी मंडल महामंत्री राधेश शर्मा, उत्तम दत्ता आदि मौजूद थे।
हादसे के बाद सदमे में है प्रिंसिपल
रुद्रपुर। हादसे के बाद से प्रिंसिपल हरप्रीत कौर सदमे में हैं। उन्हें पहले बाजपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्थिति गंभीर होने पर हल्द्वानी स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रिंसिपल ने नहाने से मना किया था
नैनीताल जाने के लिए किराये की बस बुक की गई थी। शिक्षण स्टाफ व बच्चों को मिलाकर कुल 27 सदस्य थे। नैनीताल में पुलिस ने जाने से रोक दिया तो सभी ने कॉर्बेट फाल जाने पर सहमति व्यक्त की। प्रिंसिपल ने मौके पर नहाने से मना किया था। लौटते समय गिनती की गई तो दो छात्र कम थे। ऐसे में एक छात्र ने दोनों के नहाने की बात बताई जिसके बाद मामले का पता चला। -किशोर शर्मा, सचिव, द्रोण कॉलेज
गहरे स्थान की बैरिकेडिंग करे प्रशासन
रुद्रपुर। अभिजीत अधिकारी के चाचा सुब्रत अधिकारी ने बताया कि कॉर्बेट फॉल में लगभग हर साल डूबने से जान जाती है। ऐसे में प्रशासन को चेतने की जरूरत है। एनडीआरएफ ने गहराई नापी तो तीन फीट के बाद एक जगह सीधे 21 फीट की गहराई है। उस स्थान की बैरिकेडिंग होनी चाहिए। हमारे बच्चे की तो जान चली गई लेकिन यह प्रयास अन्य किसी की जान बचा सकता है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments