Sunday, September 14, 2025
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लालकुंआ-काठगोदाम रेल खंड में इलेक्ट्रिक ट्रेन का स्पीड ट्रायल सफल

हल्द्वानी/लालकुआं। लालकुंआ-काठगोदाम रेल खंड में बुधवार को इलेक्ट्रिक ट्रेन का स्पीड ट्रायल सफल रहा। पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर अनिल कुमार शुक्ला ने मंडल रेल प्रबंधक आशुतोष पंत के साथ विशेष निरीक्षण ट्रेन के जरिये 100 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से नव विद्युतीकृत रेल खंड का परीक्षण किया।
लालकुंआ-काठगोदाम के बीच 29 किलोमीटर रेल खंड का विद्युतीकरण कार्य पूरा हो गया है। बुधवार को लालकुआं से काठगोदाम के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन का स्पीड ट्रायल किया गया साथ ही नव विद्युतीकृत रेल खंड का निरीक्षण किया गया। प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर ने लालकुंआ-काठगोदाम के मध्य पड़ने वाले हल्द्वानी रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध स्टेशन मास्टर पैनल, पैदल उपरिगामी पुल, कर्व, समपारों और सब स्टेशन पॉवरों का निरीक्षण किया। इस दौरान सीनियर डिविजनल इंजीनियर आशीष गंगवार, सीनियर डिविजनल ऑपरेटिंग मैनेजर हरीश रड़तोलिया, स्टेशन प्रबंधक चयन रॉय, नीतू सिंह, बृजलाल मीना आदि अधिकारी मौजूद रहे।
इज्जनगर मंडल के डीआरएम अशुतोष पंत ने बताया कि लालकुआं से काठगोदाम के बीच विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद रामपुर से काठगोदाम और बरेली से काठगोदाम के बीच पूरी रेल लाइन विद्युतीकृत हो चुकी है। कुछ सब स्टेशन बनने हैं। इसके बाद इलेक्ट्रिक ट्रेनें नियमित तौर पर संचालित की जा सकेंगी।
ट्रांसमिशन लाइन बनाने में लग रहा समय
इज्जनगर मंडल के डीआरएम अशुतोष पंत ने बताया विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने से प्रयोग के तौर पर कभी भी इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाई जा सकती है। मगर नियमित इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने के लिए सब स्टेशन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। फिलहाल रुद्रपुर, लालकुआं और काशीपुर में तीन सब स्टेशन पर काम चल रहा है। राज्य सरकार की ओर से ट्रांसमिशन लाइन बनाने में समय लग रहा है। जैसे ही ट्रांसमिशन लाइन बनाने का कार्य पूरा होगा तो सभी गाड़िया बिजली से चलाई जा सकेंगी।
इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने से ईधन की होगी बचत
इलेक्ट्रिक ट्रेन चलने से ईधन की बचत तो होगी ही साथ ही पर्यावरण भी संरक्षित रहेगा। ट्रेनों में डीजल इंजन के बजाए इलेक्ट्रिक इंजन लगने से कार्बन उत्सर्जन कम होगा और ट्रेनों की गति बढ़ने के साथ ही यात्री सही समय पर अपने गंतव्य तक पहुंच जाएंगे। इलेक्ट्रिक इंजन लगने से रेलवे को ईधन पर खर्च होने वाली करोड़ों रुपये की बचत होगी।

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