अल्मोड़ जिले के थला तडिय़ाल गांव में अनुसूचित वर्ग के दूल्हे को कथित रूप से घोड़े से उतारे जाने के मामले में राजस्व पुलिस ने चार ओं सेमेत पांच पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। तहरीर के आधार पर एससी-एसटी एक्ट व गालीगलौज तथा धमकी का केस दर्ज कर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। वहीं मामले में उत्तराखंड अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष मुकेश कुमार ने भी डीएम और कप्तान को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। दो मई को थला तडिय़ाल गांव के दर्शन लाल के पुत्र विक्रम कुमार की शादी थी। बारात भूमि देवता मंदिर के समीप से गुजरने पर विवाद हो गया था। आरोप है कि मजबाखली के कुछ लोगों ने अनुसूचित परिवार को जातिसूचक शब्द कहे और मंदिर के पास दूल्हे को घोड़ी से उतरने को कहा। दर्शन लाल की ओर से इस मामले में जिलाधिकारी को ज्ञापन देने के बाद प्रशासन भी जांच करा रहा है। एसडीएम गौरव पांडे ने बुधवार को राजस्व कर्मियों को क्षेत्र में जांच के लिए भेजा। वहीं दूल्हे की पिता की तहरीर पर राजस्व पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया है। एसडीएम ने कहा कि मामले की पूरी जांच की जा रही है। तहरीर में चार महिलाओं व एक पुरुष का नाम दिया गया है। जांच में जिन ग्रामीणों की संलिप्पता मिलेगी उन्हें नामजद किया जाएगा।
बाहरी तत्व वर्ग भेद कर खराब कर रहे माहौल
ग्राम प्रधान विजय ध्यानी ने बताया कि ग्राम सभा थला तडियाल मोडाली में कुछ बाहरी तत्व वर्ग भेद करके गांव का माहौल खराब करने पर तुले हैं। गांव के लोगों ने बारात पक्ष वालों से आग्रह कर मंदिर का सम्मान करने की बात कही थी। दूल्हा घोड़े पर ही बैठकर बारात आगे को ले गया। मगर ग्रामीणों ने विरोध नहीं किया। बाहरी तत्वों की ओर से लोगों को भड़काकर माहौल खराब किया जा रहा है।
घोड़े से उतरने की है मान्यता
ग्रामीणों ने बताया कि स्थानीय मान्यता के अनुसार बारातियों और दूल्हे को घोड़े में बैठाकर लोक देवताओं के मंदिर परिसर से गुजरने की सख्त मनाही है। इस परंपरा का पालन सभी वर्गों के लोग करते आ रहे हैं। मान्यता है कि इस परंपरा का पालन नही करने पर लोक देवताओं का अपमान होता है। इस प्रकार की परंपरा सल्ट ही नही बल्कि पर्वतीय अंचल में अधिकांश जगहों पर देखी जाती है।
दूल्हे को घोड़े से उतारने के मामले में पांच पर मुकदमा, एससी आयाेग ने डीएम को जारी किया नोटिस
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