Wednesday, October 30, 2024
Homeउत्तराखण्डशतरंज की चाल से बने बेमिसाल

शतरंज की चाल से बने बेमिसाल

हल्द्वानी। अंतर विद्यालयी हल्द्वानी शतरंज प्रतियोगिता के अलग-अलग ग्रुप में पांच अंक प्राप्त कर बिजी बीज स्कूल की वंशिका पंत, दीक्षांत स्कूल की नित्या लोशाली और आयुषी कांडपाल, सेंट थेरेसा स्कूल के अतीक्ष सिंह जीना, इंस्पिरेशन स्कूल के हर्षदीप सिंह और डीएवी पब्लिक स्कूल के प्रणव ने पहला स्थान प्राप्त किया। ओवरऑल चैंपियनशिप का खिताब दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल ने अपने नाम किया। सभी विजेता और स्कूल चैंपियन को मुख्य अतिथि नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय ने ट्राफी और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। प्रतियोगिता में शहर के 30 स्कूल के 300 खिलाड़ियों ने भाग लिया।
परिणय वाटिका बैंक्वेट एंड पार्टी लॉन में पांच राउंड में चली प्रतियोगिता का रविवार को फाइनल राउंड खेला गया। कक्षा पांच, आठ और 12वीं तक बालक और बालिका वर्ग के अलग-अलग ग्रुप में पहले, दूसरे और तीसरे स्थान के विजेताओं को पुरस्कृत करते हुए मुख्य अतिथि ने विभिन्न स्कूली बच्चों को एक मंच देने के अमर उजाला के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बच्चों से मोबाइल से दूर रहने और खेलों में आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह शतरंज में प्यादा आगे बढ़ने के बाद पीछे नहीं लौटता, उसी तरह विद्यार्थियों को लक्ष्य की ओर निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए। ओवरऑल चैंपियनशिप जीतने पर दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक समित टिक्कू ने शानदार आयोजन के लिए अमर उजाला का आभार जताया।
बालिका वर्ग की विजेता
बालिका सब जूनियर वर्ग में दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल की तवीशा दूसरे और आद्या तीसरे स्थान पर रहीं। जूनियर वर्ग में लक्ष्य इंटरनेशनल स्कूल की शारदा गुप्ता दूसरे, क्वींस सीनियर सेकेंडरी स्कूल की रुद्रिका शर्मा तीसरे स्थान पर रहीं। सीनियर वर्ग में डीएवी पब्लिक स्कूल की दिविशा पांडे दूसरे, दीक्षांत स्कूल की कशिश बिष्ट तीसरे स्थान पर रहीं।
बालक वर्ग के विजेता
बालक सब जूनियर वर्ग में डीएफएस स्कूल के दर्शील दूसरे, दीक्षांत स्कूल के तेजस तिवारी तीसरे, जूनियर वर्ग में दीक्षांत स्कूल के रुद्राक्ष वर्मा दूसरे, स्वास्तयन पब्लिक स्कूल के अराध्य बिष्ट तीसरे स्थान पर रहे। सीनियर वर्ग में सिंथिया स्कूल के तुषार बेलवाल दूसरे, दीक्षांत स्कूल के विश्रुत तीसरे स्थान पर रहे।
यंगेस्ट खिलाड़ी और निर्णायक भी हुए पुरस्कृत
मुख्य अतिथि पंकज उपाध्याय ने उत्तराखंड यंगेस्ट चेस प्लेयर का खिताब जीतने वाले सवा पांच साल के खिलाड़ी तेजस तिवारी को सम्मानित किया। इस मौके पर राज्य स्तरीय शतरंज कोच नीरज साह, किशन तिवारी और निर्णायक की भूमिका निभाने वाले आर्यन सिंह, साहिल सिंह, ललित लामाकोटी, राजेंद्र राणा और बैंक्वेट हॉल स्वामी मनीष गोयल भी सम्मानित हुए। कार्यक्रम में शेमफाेर्ड स्कूल के चेयरमैन दया सागर बिष्ट, गुलाब सिंह नेगी, सरिल गोयल, ऋचा गोयल, अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी मुकेश पॉल समेत बच्चों के अभिभावक मौजूद रहे।
खेल विभाग में शतरंज कोच हों नियुक्त : टिक्कू
हल्द्वानी। जिला नैनीताल शतरंज एसोसिएशन के उपाध्यक्ष समित टिक्कू ने कहा कि सरकार को इस खेल को प्रोत्साहन देते हुए खेल विभाग में शतरंज कोच नियुक्त करना चाहिए। उन्होंने बताया कि लड़कों के साथ साथ लड़कियां भी इस खेल में काफी आगे आ रही हैं। यह खेल न केवल व्यक्तित्व विकास को बढ़ाता है बल्कि बच्चों में निर्णय लेने की क्षमता भी विकसित करता है। वर्तमान में बड़े महानगरों में शतरंज कोटे में भी छात्रों को प्रवेश मिल रहे हैं। बताया कि राज्य में देहरादून के अलावा रुद्रपुर, नैनीताल और हल्द्वानी ही शतरंज का मुख्य केंद्र है। एसोसिएशन इस खेल को अन्य जिलों में भी बढ़ाएगी।
स्कूल स्तर पर विषय के रूप में शुरू हो शतरंज : साह
हल्द्वानी। स्टेट चैंपियन और विवि चैंपियन रह चुके राज्य स्तरीय शतरंज कोच नीरज साह कहते हैं कि शतरंज खेल में अगर मेहनत की जाए तो इस खेल में खिलाड़ियों का भविष्य उज्ज्वल है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि बागेश्वर का युवा खिलाड़ी सक्षम रौतेला इंटरनेशनल खिताब जीतकर वर्तमान में टैक्सास विवि अमेरिका में दो करोड़ प्रतिवर्ष की स्काॅलरशिप प्राप्त कर रहा है। राज्य में शतरंज को आगे बढ़ाने के लिए एसोसिएशन बखूबी काम कर रही है। अगर सरकार स्कूल स्तर पर इस खेल को विषय के रूप में लागू करे तो कई छात्र पेशेवर खिलाड़ी के रूप में नाम कमा सकते हैं। उन्होंने बताया कि हल्द्वानी में शतरंज के प्रति बच्चों में अच्छा रुझान है और स्कूल भी सपोर्ट कर रहे हैं।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments