कोटद्वार सीट से चुनाव लड़ रहीं पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं को हार का सामना पड़ा है। अभी तक आए आंकड़ों के मुताबिक अनुकृति भाजपा के दिलीप सिंह रावत से करीब नौ हजार वोटों से पीछे चल रही हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति गुसाईं के मैदान में होने से सबकी निगाहें इस सीट पर लगी है। अनुकृति के टिकट के चक्कर में हरक सिंह रावत को भाजपा से विदा होना पड़ा था।
पूर्व कैबिनेट मंत्री डा. हरक सिंह रावत की बहू अनुकृति गुसाईं इस बार लैंसडौन से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रही थीं। हरक सिंह रावत पर बहू को जीत दिलाने के साथ-साथ कांग्रेस को बहुमत दिलाने का दायित्व भी है।अनुकृति के टिकट की घोषणा के साथ ही उनका विरोध शुरू हो गया था।
चुनाव से कुछ दिन पहले ही अनुकृति, हरक के साथ कांग्रेस में हुई थीं शामिल
स्थानीय कांग्रेसियों ने अनुकृति को टिकट देने के विरोध में कोटद्वार से लेकर राजधानी में कांग्रेस प्रदेश कार्यालय तक में प्रदर्शन किया था। वो स्थानीय नेता को ही टिकट देने की मांग कर रहे थे। दरअसल चुनाव से कुछ दिन पहले ही अनुकृति, हरक के साथ कांग्रेस में शामिल हुई थीं। शुरू से ही सियासी गलियारों में चर्चा रही कि हरक भाजपा से अनुकृति के लिए टिकट मांग रहे थे, लेकिन टिकट न मिलने के कारण उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली। यहां से वो अनुकृति को टिकट दिलाने में कामयाब भी हो गए, लेकिन अनुकृति भाजपा प्रत्याशी दिलीप सिंह रावत से पिछड़ गईं।
लैंसडौन सीट से चुनाव हारी अनुकृति गुसाईं, पुत्रवधु के टिकट के लिए हरक को भाजपा से होना पड़ा था विदा
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