बागेश्वर। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में अंधेर नगरी चौपट राजा और भोजन का सफर विषय पर नाटक का मंचन किया गया। शिक्षक और शिक्षिकाओं ने नाटक के विभिन्न किरदारों को भावपूर्ण अभिनय से जीवंत किया और नाट्य विधा के माध्यम से शिक्षा को सहज और सरल बनाने का प्रशिक्षण हासिल किया। डायट में आयोजित पांच दिवसीय थियेटर एन एजुकेशन कार्यशाला का समापन हो गया है। समापन दिवस पर प्राथमिक कक्षा और उच्च प्राथमिक कक्षा के हिंदी और विज्ञान की पुस्तकों पर आधारित विषयों को नाटक मंचन के लिए चुना गया। भोजन का सफर में गिरीश पैंथोला और अंधेर नगरी में मीतू पंत के अभिनय को प्रशिक्षकों और प्रतिभागियों की सराहना मिली। कार्यक्रम संयोजक डॉ. प्रेम मावड़ी ने बताया कि कार्यशाला में विभिन्न स्कूलों से आए 40 शिक्षकों और डीएलएड प्रशिक्षुओं ने नाटक और रोल प्ले के माध्यम से कक्षा शिक्षण को सरल और प्रभावी बनाने के गुर सीखे।
समापन समारोह में सीईओ गजेंद्र सिंह सौन ने कहा कि नाटक के माध्यम से शिक्षा को रोचक और रोचक बनाने में मदद मिलेगी। युग मंच के संस्थापक और प्रख्यात रंगकर्मी जुहूर आलम ने कहा कि नाट्य विधा प्राचीन काल से देश में प्रभावी रही है। इस विधा को शिक्षण में शामिल करने से काफी लाभ मिलेगा। राज्य गीत के रचियता और प्रसिद्ध उद्धघोषक हेमंत बिष्ट ने कहा कि नाटक, रोल प्ले और कोरस बच्चों की कल्पनाशीलता को गति प्रदान करेंगे। प्राचार्य डॉ. शैलेंद्र धपोला ने शिक्षकों से पठन-पाठन में थियेटर को एक टूल की तरह उपयोग करने को कहा। कार्यशाला में संगीतकार नवीन बेगाना, रंगकर्मी मनोज कुमार, तबला वादक संजय कुमार, नाट्यकर्मी बृजेश जोशी ने सक्रिय भूमिका निभाई। इस मौके पर प्रवक्ता डॉ. मनोज चौहार, डॉ. सीएम जोशी, डॉ. दयासागर, डॉ. बीडी पांडेय, संदीप कुमार जोशी, रवि कुमार जोशी, डॉ. केएस रावत, डॉ. राजीव जोशी, दीप चंद्र जोशी आदि मौजूद रहे।
शिक्षकों ने भावपूर्ण अभिनय में सहेजा भोजन का सफर
RELATED ARTICLES