हल्द्वानी। तमाम दावों, वादों और घोषणाओं के बावजूद शहर की सड़कों की दशा नहीं सुधर सकी है। सीएम के कड़े निर्देश के बावजूद कुछ सड़कें आज भी गड्ढामुक्त नहीं हुई हैं। कई इलाकों में लंबे समय से सड़कें बदहाल हैं जिन जगहों पर कुछ समय पहले डामर किया गया था उनमें कई जगह अब उखड़ने लगा है। नैनीताल मुख्य मार्ग पर जगह-जगह टल्ले लगे हैं जिससे वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इंदिरानगर की सड़क लंबे समय से बदहाल है, लेकिन उसकी कोई सुध नहीं ली जा रही है। नगर निगम के पास शहर की 520 किमी से ज्यादा सड़कें हैं। इनमें शहर के आंतरिक मार्ग प्रमुख हैं। नगर निगम न तो इनकी मरम्मत करवा पा रहा है और न ही नई सड़क बना रहा है। नगर निगम की करीब 220 किमी सड़कें बदहाल हैं। वर्कशॉप लाइन से केमू स्टेशन वाली सड़क, बनभूलपुरा की सड़कें पूरी तरह से उखड़ी हुई हैं। अभी पिछले दिनों नगर निगम ने लोनिवि से कई सड़कों का अधिकार ले लिया था। बजट नहीं होने की वजह से इन सड़कों की हालत भी जर्जर होती चली गई। लोनिवि की सड़कों की बात करें तो लोनिवि के पास शहर की करीब 593 किमी सड़के हैं। इनमें करीब 200 किमी सड़कों की हालत जर्जर है। सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश के बाद लोनिवि आरटीओ रोड, नहर कवरिंग रोड, जज फार्म आदि स्थानों पर सड़कों में गड्ढे भरवाए थे। इधर लोनिवि ने रामपुर रोड पर हाल ही में डामर कराया था लेकिन देवलचौड़ चौराहे पर पेयजल लाइन के लीकेज होने से सड़क खराब हो रही है।
यहां समय से पहले ही उखड़ने लगीं सड़कें
लोनिवि ने दो साल पहले बरेली रोड बनाई थी जो अब उखड़ने लगी है। सड़क के निर्माण के समय भी भी इसकी गुणवत्ता को लेकर सवाल उठे थे। इसी तरह लोनिवि ने एक साल पहले कालाढूंगी रोड बनाया था। इस सड़क में भी कई जगह गड्ढे हो गए हैं। लोनिवि ने ही गन्ना सेंटर से मोटाहल्दू तक एक साल पहले सड़क बनाई थी। यह सड़क भी खराब हो गई है। हालांकि नियम के अनुसार ठेकेदार जब किसी सड़क को बनाता है तो दो साल तक उसका रखरखाव करता है।
चुनाव से पहले नगर निगम ने करवाया था शिलान्यास
विधानसभा चुनाव से पहले मेयर जोगेंद्र सिंह रौतेला ने शहर में कई आंतरिक मार्गों पर डामरीकरण करवाया था। कई जगह उनके नाम के शिलापट लगे थे। हालांकि चुनाव बीतने के बाद ये काम रुक गया। नगर निगम सड़क निर्माण को लेकर हमेशा बजट का रोना रोता है।
यहां भरे गड्ढे, जनता को मिली कुछ राहत
आरटीओ रोड पर सड़क के गड्ढे भरे जाने से जनता को राहत मिली है। इसके साथ ही गैस गोदाम रोड को फिर बनाया जा रहा है। पूरी सड़क नए सिरे से तैयार की जा रही है लोगों का कहना है कि लंबे समय से सड़क बदहाल थी, अब सड़क बनने से राहत मिल जाएगी।
नहर कवरिंग और सीवर लाइन बनी मुसीबत
चंबुलपुल से लेकर दमुवाढूंगा तक नहर कवरिंग का काम किया गया है। यहां सड़क अभी भी नहीं बन पाई है। इस वजह से राहगीरों को दिक्कत हो रही है। इधर कुलियालपुरा में सीवर लाइन बिछाई गई थी जिस वजह से सड़कों को खोदा गया था। यहां भी पूरी तरह से नई सड़कें नहीं बन पाई हैं। वहीं, गैस पाइप लाइन के काम की वजह से रामपुर रोड पर सड़क को नुकसान पहुंच रहा है। प्रशासन ने भी कई बार संबंधित ठेकेदार को चेताया था कि नियम के तहत सड़कों की पुन: मरम्मत नहीं कर रहा है। चौफला से चंबलपुल तक नहर कवरिंग का काम तो पूरा हो गया है, लेकिन सड़क अभी तक नहीं बनी है जिस वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। – देवेंद्र सिंह, दमुवाढूंगा।
लालडांठ रोड कई जगह खराब है। यह शहर का मुख्य मार्ग है। बिठौरिया में भी आंतरिक मार्गों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं। इन दोनों ही मार्गों पर वाहनों की आवाजाही बहुत है। – अतुल कांडपाल, बिठौरिया।
कई जगह सड़कों पर गड्ढे भरे गए हैं लेकिन गड्ढे भरना स्थायी काम नहीं है। शहर की सड़कों की हालत सुधारने के लिए नये सिरे से डामरीकरण किया जाना चाहिए। – हेम पांडेय, कुसुमखेड़ा।
कॉलोनियों में आंतरिक मार्ग खराब हैं। मुख्य मार्गों पर अभी भी गड्ढे हैं। इनकी वजह से हादसे हो रहे हैं। मार्गों के गड्ढे भरने के बजाय पूरी तरह डामरीकरण किया जाए। – सोहन सिंह, ब्यूरा खाम।
अफसर बोले
सड़क के डामरीकरण के दो साल बाद तक उसकी देखरेख की जिम्मेदारी ठेकेदार की होती है। इस संबंध में ठेकेदारों को दिशा-निर्देश दिए गए हैं। सड़क उखड़ने ठेकेदार ही जिम्मेदार होगा। – अशोक कुमार, अधिशासी अभियंता, लोनिवि, हल्द्वानी।
सड़कों के लिए बजट का इंतजार है। मुख्य मार्गों के गड्ढे प्राथमिकता के आधार पर भरे जा रहे हैं। एचपीसीएच के लिए खोदी गई सड़क की भी जल्द मरम्मत कर दी जाएगी। – पंकज उपाध्याय, नगर आयुक्त, हल्द्वानी।
कहीं सड़क बनी ही नहीं, कहीं बनते ही उखड़ गई
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