उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग-यूकेएसएसएससी (UKSSSC) की अधर में लटकी आठ भर्ती परीक्षाओं का अंतिम परिणाम जारी करने से पहले आयोग मैरिट में शामिल युवाओं का पिछली परीक्षाओं में प्रदर्शन का भी आकलन करेगा। आयोग की तीन सदस्यीय जांच टीम ने काम शुरू कर दिया है, इस महीने के अंत तक टीम रिपोर्ट दे देगी। जुलाई में स्नातक स्तरीय भर्ती लीक प्रकरण सामने आने के बाद आयोग आठ ऐसी परीक्षाओं पर अंतिम निर्णय नहीं ले पाया है, जिनमें लिखित परीक्षा के बाद अभी नियुक्ति प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। उक्त परीक्षाओं में विवादित कंपनी आरएमएस टैक्नोसॉल्यूशन की भूमिका रही है। आयोग पूर्व में इन परीक्षाओं की गोपनीयता पर संदेह व्यक्त करते हुए, इन्हें निरस्त करने की संस्तुति तक कर चुका है।
लेकिन अब आयोग इन परीक्षाओं की खुद भी जांच करवा रहा है। इसके लिए रिटायर्ड आईएएस एसएस रावत की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी काम कर रही है। यह होगा फैसले का आधार इस मामले में रावत कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार कमेटी मुख्य रूप से नकल प्रभावित परीक्षाओं को लेकर पूर्व में आए कोर्ट के फैसलों का अध्ययन कर रही है। साथ ही आईटी विषेषज्ञ के जरिए डिजिटल माध्यम से पेपर लीक की संभावनों को भी जांचा जा रहा है। इसके अलावा आयोग सफल अभ्यर्थियों का आयोग की पिछली भर्तियों में प्रदर्शन को भी आधार बना रहा है। यदि ज्यादा संख्या में ऐसे युवा मिले जिनका पिछला प्रदर्शन लगातार खराब रहा है तो परीक्षाओं पर संकट भी आ सकता है। वहीं, पहली बार में सफल युवाओं के शैक्षणिक प्रदर्शन आंका जा सकता है। आयोग के एक अधिकारी के मुताबिक हर परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों का खास ट्रेंड रहता है, हाई मैरिट वालों का पिछली परीक्षाओं में भी अच्छा प्रदर्शनरहता है। जांच कमेटी की दो – तीन बैठकें हो चुकी हैं। पूरी रिपोर्ट आने के बाद भर्तियों को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। अभी इस पर कुछ कहना मुश्किल है। यह युवाओं के भविष्य से जुड़ा होने के कारण इस पर बहुत देर नहीं की जाएगी। – जीएस मर्तोलिया, अध्यक्ष, यूकेएसएसएससी
यूकेएसएसएससी भर्ती परीक्षा मेरिट वाले अभ्यर्थियों पर कसेगा शिकंजा! आयोग यह कर रही है काम
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