उत्तराखंड में एक माह में एक फीसदी बेरोजगारी दर बढ़ी है। फरवरी माह में बेरोजगारी दर 4.6 फीसदी पहुंच गई है। जनवरी में यह 3.5 फीसदी थी। यह वह लोग हैं, जो लगातार काम खोजने का प्रयास कर रहे हैं और घर में ही बैठे हैं। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) ने यह रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी में देश की बेरोजगारी दर बढ़कर 8.1 फीसदी पर आ गई। इसमें उत्तराखंड में 4.6 फीसदी है। मार्च की रिपोर्ट अभी तक जारी नहीं की गई है। पिछले सात महीनों में नवंबर में सबसे कम 3.1% बेरोजगारी दर थी। 2016 में 1.3 फीसदी थी बेरोजगारी दर :जनवरी 2016 में प्रदेश में बेरोजगारी दर का आंकड़ा 1.3 फीसदी था। जनवरी 2017 में 0.6, जनवरी 2018 में 4 फीसदी पहुंच गया था। जनवरी 2019 में 3.5 फीसदी, 2020 जनवरी में 5.5 फीसदी, 2021 जनवरी में 4.5 फीसदी, 2022 में 3.5 फीसदी बेरोजगारी दर थी। सबसे अधिक बेरोजगार की दर उत्तराखंड में मार्च 2020 में 22.3 और मार्च 2020 में 19 फीसदी रही थी। उस समय कोरोना के कारण बेरोजगारी दर पर बड़ा असर पड़ा था।
ऐसे तैयार होती है रिपोर्ट
सीएमआईई 15 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का सर्वे करता है। उनसे रोजगार की स्थिति की जानकारी एकत्रित करता है। इसके बाद जो परिणाम सामने आते हैं उनके आधार पर बेरोजगारी रिपोर्ट तैयार की जाती है। फरवरी महीने की बेरोजगारी दर 4.6 रहने का मतलब होता है कि वहां हर 1000 लोगों में से 46 लोगों के पास कोई काम नहीं है।
पिछले सात माह की बेरोजगारी दर
अगस्त 2021 में बेरोजगारी दर 6.2 फीसदी, सितंबर 2021 में 4.1 फीसदी, अक्तूबर 2021 में 3.3 फीसदी, नवंबर 2021 में 3.1 फीसदी, दिसंबर 2021 में 5.00 फीसदी, जनवरी 2022 में 3.5 फीसदी, फरवरी 2022 में 4.6 फीसदी थी
उत्तराखंड में बेरोजगारों को नहीं मिल रही नौकरी,बेरोजगारी दर एक फीसदी बढ़ी; सीएमआईई रिपोर्ट में खुलासा
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