Thursday, November 28, 2024
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उत्तरायणी कौतिक मेला स्थल का वैदिक मंत्रों के साथ भूमि पूजन

खटीमा। चकरपुर के लालकोठी स्थित शारदा घाट में दो दिनी उत्तरायणी कौतिक मेला 14 जनवरी से आयोजित किया जाएगा। लालकोठी कमेटी ने बैठक कर मकर संक्रांति पर लगने वाले दो दिनी मेले की तैयारियों के लिए चर्चा की। कमेटी सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी गई। मेला कमेटी में पूर्व जिला पंचायत सदस्य राम सिंह जेठी और भाजपा के वरिष्ठ नेता नवीन बोरा को संयोजक बनाया गया। रविवार को लालकोठी में कमेटी अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह खोलिया की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में 14 और 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर लगने वाले उत्तरायणी कौतिक मेले की तैयारियों पर चर्चा की गई। अध्यक्ष खोलिया ने कहा कि शारदा तट पर होने वाले जनेऊ संस्कार सनातन धर्म के अनुसार निशुल्क किए जाएंगे। संयोजक नवीन बोरा ने कहा कि उत्तरायणी कौतिक मेले में कुमाऊंनी लोक कलाकारों की ओर से कुमाऊंनी संस्कृति एवं लोक कला की प्रस्तुती दी जाएगी। 15 जनवरी को माघ खिचड़ी प्रसाद बांटा जाएगा। वहां बसंत बल्लभ जोशी, देवेंद्र कन्याल, पूरन जोशी, बॉबी खोलिया, राजू कुंवर, देव सिंह धामी, बंटी राणा, मोहन प्रसाद महर, प्रदीप धामी, सुधीर वर्मा, राजु मनौला, किशोर जोशी, दीपक कापड़ी, भरत चंद, महेश भट्ट आदि थे।
उत्तरायणी कौतिक मेला स्थल का वैदिक मंत्रों के साथ भूमि पूजन
खटीमा। उत्तरायणी कौतिक मेला स्थल तराई बीज निगम के मैदान में वैदिक मंत्रों के साथ भूमि पूजन हुआ। उत्तरायणी कौतिक मेले का आयोजन 11 से 16 जनवरी तक होगा। 11 जनवरी को नगर में भव्य रंग यात्रा निकाली जाएगी। मेला आयोजक कुमाऊं सांस्कृतिक उत्थान मंच ने मेले की तैयारी पूरी कर ली है। उत्तरायणी कौतिक में उत्तराखंड की पहाड़ी संस्कृति की अनोखी छटा देखने को मिलेगी।रविवार को कौतिक मेला परिसर में मंत्रोच्चार के साथ भूमि पूजन किया गया। यजमान की भूमिका में कमेटी अध्यक्ष ठाकुर सिंह खाती, वरिष्ठ अधिवक्ता मेला प्रभारी केडी भट्ट और कोषाध्यक्ष बीएस मेहता रहे। यज्ञ और अनुष्ठान पंडित खिलेश पांडे ने संपन्न कराया। 11 जनवरी को गोलज्यू की शोभा यात्रा के साथ सांस्कृतिक रंगयात्रा के बाद कौतिक मेले का आगाज होगा।
रंगयात्रा कौतिक मेला परिसर से शुरू होकर नगर भ्रमण करते हुए पुन: मेला परिसर वापस पहुंचेगी। इसमें प्रमुख रूप से कलश यात्रा, स्थानीय विद्यालयों की झांकियां, जय मलयनाथ सांस्कृतिक समिति, छोलिया दल बग्गा, मां जयंती कला केंद्र सतगढ़, पिथौरागढ़ की एतिहासिक हिलजात्रा का प्रदर्शन, थारु सांस्कृतिक उत्थान समिति की ओर से थरुवाटी लोकनृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। आयोजक मंच के सचिव भुवन भट्ट ने बताया कि दो साल से कोरोना की वजह से उत्तरायणी कौतिक नहीं लग सका था। इस कौतिक में कुमाऊंनी गायकों के साथ मुंबई से प्रसिद्ध लोक गायक बीके सामंत और गायिका, टीवी कलाकार माधुरी पांडे प्रस्तुति देंगी। वहां सावित्री चंद, मुन्नी ओझा, सावित्री कन्याल, दया भट्ट, विमला मुडेला, दीपा वर्मा, आशा जोशी, विमला पांडे, धाना भंडारी, लीला चंद, गीता सामंत, जगदीश पांडे, नवीन कापड़ी, घनश्याम सनवाल, सुधीर वर्मा आदि थे।

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