पंतनगर। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान मंगलवार को विवि के अधिष्ठाताओं, निदेशकों, वैज्ञानिकों, शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों व श्रमिकों से रूबरू हुए। उन्होंने खचाखच भरे गांधी हॉल में अपने पहले संबोधन में कहा कि विवि की तरक्की के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने सबसे अपील की कि वह अहंकार छोड़कर कार्य में सहयोग करें।कुलपति डॉ. चौहान ने कहा कि पंतनगर विवि का कुलपति होना उनकेे लिए गर्व की बात है। उत्तराखंड सरकार ने विवि को नई ऊंचाईयों पर ले जाने का मौका दिया है। इसके लिए उन्होंने वैज्ञानिकों का आह्वान किया कि वे उत्तराखंड की कृषि के विकास में अपना योगदान दें और यहां के किसानों के उत्थान के लिए कार्य करें। कहा कि उत्तराखंड में बाजरा की खेती को बढ़ावा देने के लिए विवि के वैज्ञानिकों को प्रयास करने होंगे। इसके लिए कृषि विज्ञान केंद्रों को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि शिक्षणेत्तर अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने कार्यों के प्रति जवाबदेह होना चाहिए। किसी भी पटल पर कोई भी फाइल तीन दिन से अधिक न रुके। यदि फाइल तीन दिन से अधिक रुकती है तो यह पटल कार्मिक की जिम्मेदारी होगी। कार्यालय आने व जाने के लिए समय की पाबंदी होनी चाहिए। उन्होंने कहा ई- ऑफिस परंपरा शुरू करने से कार्यों में पारदर्शिता आएगी। इससे पूर्व कुलसचिव डॉ. एके शुक्ला ने नवनियुक्त कुलपति का स्वागत किया।
सड़कों व मकानों की मरम्मत भी जरूरी
पंतनगर। कुलपति डॉ. चौहान ने कहा कि विवि परिसर की सड़कें व आवास अत्यंत दयनीय हालत में हैं। कोई भी कर्मी किसी आवास को लेता है तो उसे उसमें आने और उसे रहने लायक बनाने के लिए चार-पांच लाख रुपये खर्च करने पड़ते हैं। सड़कों व आवासों की मरम्मत के लिए सरकार से बात करके प्राथमिकता के आधार पर ठीक कराया जाएगा।
विश्वविद्यालय की तरक्की के लिए सभी को मिलकर करना होगा कार्य: डॉ. चौहान
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