अल्मोड़ा/देहरादून: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में, खासकर धौलादेवी ब्लॉक में, पिछले दो हफ्तों से फैले रहस्यमय वायरल बुखार के प्रकोप ने गंभीर स्वास्थ्य संकट खड़ा कर दिया है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, इस बीमारी के कारण मात्र 15 दिनों के भीतर 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। यह अज्ञात बुखार सबसे ज्यादा अल्मोड़ा जिले के धौलादेवी ब्लॉक के काभड़ी, सकुनिया, खेती, खारखोला, बजेला, जागेश्वर जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में फैला है। मृतकों की संख्या: स्थानीय निवासियों के मुताबिक, धौलादेवी ब्लॉक में पिछले एक पखवाड़े में अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में आशा कार्यकर्ता हंसी भट्ट और पंडित शैलेंद्र पांडे जैसे नाम शामिल हैं। लक्षण: अस्पताल पहुँच रहे मरीजों में ज्यादातर तेज बुखार और प्लेटलेट्स का तेजी से गिरना जैसे गंभीर लक्षण दिख रहे हैं। अस्पताल पहुंचने से पहले मौत: कई गंभीर मरीजों को अल्मोड़ा के बेस अस्पताल से हल्द्वानी रेफर किया जा रहा था, लेकिन कुछ ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े हो गए हैं। -स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही के आरोप स्थानीय लोग और जनप्रतिनिधि स्वास्थ्य विभाग पर समय रहते कदम न उठाने और इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रभावित क्षेत्रों में जांच या त्वरित इलाज की कोई विशेष व्यवस्था नहीं थी, जिसके कारण स्थिति बिगड़ती चली गई। एक स्थानीय निवासी के अनुसार, बिबड़ी गांव को धौलादेवी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जोड़ने वाली सड़क एक महीने से अधिक समय से बंद थी, जिसके चलते ग्रामीणों को इलाज के लिए ब्लॉक से बाहर जाना पड़ा। -शासन ने लिया संज्ञान, जांच टीम रवाना मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य शासन ने अब इस पर सख्त रुख अपनाया है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अल्मोड़ा और हरिद्वार (जहाँ रुड़की क्षेत्र में भी तीन मौतें सामने आई हैं) के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (CMO) को प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें भेजने के निर्देश दिए हैं। कार्रवाई: स्वास्थ्य विभाग की चार टीमें धौलादेवी ब्लॉक के प्रभावित गांवों में डेरा डाल चुकी हैं। टीमें घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर रही हैं, 100 से अधिक निवासियों की जांच की गई है, और अस्वस्थ लोगों को प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है। नमूना जांच: सीएमओ अल्मोड़ा ने संक्रमण के संभावित स्रोत की पहचान करने के लिए कई स्थानों से पानी के नमूने सहित अन्य सैंपल एकत्र किए हैं, जिन्हें लैब में जांच के लिए भेजा गया है। अगला चरण: स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह सुनिश्चित करने के लिए अगले चरण में भी घर-घर जाकर सर्वे और मेडिकल चेक-अप जारी रहेगा कि और कोई मौत न हो। स्वास्थ्य सचिव ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि बच्चों और लोगों की सेहत से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और बीमारी के कारणों का जल्द से जल्द पता लगाकर उसके फैलाव को रोका जाएगा।
शासन ने लिया अल्मोड़ा की मौतों का संज्ञान: स्वास्थ्य सचिव के निर्देश पर धौलादेवी में जांच टीमें रवाना
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