पंजाब के तरनतारन में पांच जुलाई को एक टैक्सी ड्राइवर की हत्या के शूटर को एसटीएफ की टीम ने हत्या में प्रयुक्त तमंचे के साथ गिरफ्तार किया है। शूटर का एक साथी फरार बताया जा रहा है। एसटीएफ के अनुसार हत्या आरोपियों ने पच्चीस लाख रुपये की सुपारी मिलने के आश्वासन पर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।
कोतवाली में एएसपी मनोज कुमार कत्याल ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस और कुमाऊं यूनिट एसटीएफ को सूचना मिली कि लालपुर टोल के पास एक व्यक्ति तमंचे के साथ खड़ा है और वह पंजाब में बड़ी वारदात करके आया है। वह हाईवे पर गाड़ी का इंतजार कर रहा है। इस पर पुलिस ने रोहित चांगल निवासी पुरानी गल्ला मंडी को 315 बोर तमंचे के साथ गिरफ्तार किया।
पूछताछ में उसने माफी मांगते हुए बताया कि उसने अपने साथी आकाश के साथ पांच जुलाई को ग्राम खेमकरन वल्टोहा जिला तरनतारन पंजाब से एक टैक्सी अमृतसर के लिए बुक की थी, जिसका चालक शेरा नाम का व्यक्ति था।खेमकरन से निकलते ही तरनतारन पंजाब में ही टैक्सी ड्राइवर की गोली मारकर हत्या कर दी और मैं यहां छुपकर रह रहा था। पंजाब में रहने वाले साजन नामक व्यक्ति के कहने पर हम लोगों ने 25 लाख की सुपारी लेकर हत्या को अंजाम दिया था।
भागने की फिराक में था
हत्या के बाद हम लोगों को पंजाब से बाहर निकालने में साजन ने ही मदद की थी। अरुण नाम के व्यक्ति जो की बरा निवासी है उसी ने साजन के कहने पर प्लान बनाया था। एएसपी ने बताया कि इसे पता चल गया था कि पंजाब में साजन को पुलिस ने पकड़ लिया है जिस कारण ये भागने की फिराक में था।पुलिस के अनुसार रोहित ने बताया कि बरामद तमंचे से ही टैक्सी ड्राइवर को गोली मारकर हत्या की गई। एएसपी ने बताया कि बाद में तरनतारन पंजाब से संपर्क किया गया तो पता चला कि गिरफ्तार रोहित चांगल और उसके अन्य साथी साजन, आकाश, अरुण के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजाब में दर्ज है। बताया कि गिरफ्तार आरोपी का आपराधिक इतिहास अन्य थानों व जनपद, राज्यों से मालूमात किया जा रहा है। आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
25 लाख की सुपारी में से पांच-पांच लाख रुपये मिलने थे दोनों को
एसटीएफ प्रभारी एमपी सिंह ने बताया कि पंजाब निवासी साजन ने बरा निवासी अरुण को हत्या के बदले पच्चीस लाख रुपये देना तय किया था। अरुण ने हत्या के लिए किच्छा निवासी आकाश और रोहित को पांच पांच लाख रुपये में हायर किया। हत्या के लिए जब दोनों आरोपी पंजाब पहुंचे तो रेलवे स्टेशन से साजन ने दोनों को रिसीव कर शेरा की रेकी करवाई। शेरा की टैक्सी दिखाकर साजन गायब हो गया जबकि आकाश और रोहित ने शेरा की टैक्सी अमृतसर के लिए बुक कर ली। एमपी सिंह ने बताया कि जब आकाश व रोहित टैक्सी से अमृतसर को निकले तो रास्ते में रोहित ने शेरा की कनपटी पर तमंचा रखकर उसकी हत्या कर दी और शेरा को लहूलुहान छोड़कर पैदल फरार हो गए। बताया कि हड़बड़ाहट में आकाश का मोबाइल मृतक शेरा की कार में छूट गया। पैदल कुछ दूर भागने के बाद वहां इंतजार कर रहे साजन की बाइक पर बैठकर दोनों भाग निकले। बताया कि मृतक शेरा की कार से मिले मोबाइल में जो सिम चल रहा था वह रोहित के किसी परिजन के नाम था जिससे पुलिस को सारा मामला खोलने में आसानी हो गई। पुलिस फरार आकाश की तलाश में तेजी से जुटी है।
रोहित ने गौला तट पर तमंचा चलाना सीखा
पुलिस के अनुसार रोहित ने पहले तमंचे की व्यवस्था की और फिर गौला नदी के किनारे एकांत में तमंचे को चलाना सीखा लेकिन नया शूटर होने के कारण जब उसने हत्या की घटना को अंजाम दिया तो घबरा गया और हड़बड़ाहट में अपना मोबाइल कार में ही छोड़ आया।
आकाश और रोहित बचपन के दोस्त
पुलिस के अनुसार आकाश और रोहित की दोस्ती बचपन की है दोनों पुरानी मंडी के रहने वाले हैं। दोनों को हत्या करने की सुपारी मिली तो वह एक साथ पंजाब रवाना हुए। बताया जा रहा है कि दोनों अपने घर पर पंजाब में नौकरी करने की बात कहकर गए थे।