नैनीताल। नैनीताल और इसके आसपास के क्षेत्रों में दूसरे दिन भी रुक-रुक कर बारिश होती रही। इसके चलते जनजीवन प्रभावित रहा और दोपहर बाद तक बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। दूसरी ओर लगातार हो रही बारिश के चलते जिले में एक राज्य मार्ग के साथ साथ चार ग्रामीण मार्गों में मलबा आने से यातायात बाधित है। विभागीय स्तर पर बंद पड़ी सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी की मदद ली जा रही है।
बृहस्पतिवार को नैनीताल में सुबह से ही बादल और पहाड़ियों में घना कोहरा छाया रहा। सुबह से देर शाम तक शहर में कई दौर की बारिश हुई जिससे सड़कों में कई जगह जलभराव हो गया। बारिश के चलते स्थानीय लोगों और सैलानियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। नैनीताल घूमने पहुंचे कई सैलानी दोपहर तक होटलों से ही नैनीताल के सौंदर्य को निहारते रहे। दोपहर में कुछ देर के लिए बारिश रुकी तो पयर्टक स्थलों में चहल पहल भी बढ़ गई। देर शाम नगर की अधिकतर पहाड़ियों में कोहरा छा गया था। घने कोहरे के कारण वाहन चालकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
मलबा आने से यह सड़कें हैं बंद
नैनीताल। बारिश के चलते सड़कों में मलबा आने से निर्माण खंड रामनगर के अधीन डोला न्याय पंचायत मोटर मार्ग (राज्य मार्ग) समेत कांडा-डौन परेवा रोड, पीएमजीएसवाई काठगोदाम के अधीन स्थित छीड़ाखान अमजड़ मोटर मार्ग व हरीशताल रोड जगह जगह मलबा आने से बंद है। इन सभी सड़कों में यातायात ठप पड़ा है। आपदा प्रबंधन अधिकारी शैलेश कुमार ने बताया कि बंद सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई हैं। उन्होंने दावा किया कि शुक्रवार तक सभी बंद सड़कें खोल दी जाएंगी।
लोहे की जालियां लगाकर की ठंडी सड़क में आवाजाही बंद
नैनीताल। ठंडी सड़क में पाषाण देवी मंदिर के पास पहाड़ी में हो रहे भूस्खलन को देखते हुए जिला प्रशासन ने बृहस्पतिवार से ठंडी सड़क में पैदल आवाजाही पर रोक लगा दी है। लोग भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र तक न पहुंचे इसके लिए सिंचाई विभाग ने सड़क के दोनों ओर लोहे की जालियां लगा दी हैं। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बृहस्पतिवार को भी पाषाण देवी मंदिर के पास पहाड़ी से रुक रुक कर हल्का भूस्खलन हुआ है।