जीजीआईसी हल्द्वानी में आयोजित बैठक में प्रधानाचार्यों ने कहा कि बिल वाउचर उपलब्ध न कराने पर जिले के 37 प्रधानाचार्यों का वेतन रोक दिया गया है जो सरासर गलत है। उनका कहना कि कक्षा 10 और 12 के विद्यार्थियों के खातों में टैबलेट के लिए शासन स्तर से 12 हजार रुपये डाले गए थे। परिषदीय परीक्षा और अवकाश के कारण सभी छात्र-छात्राएं बिल जमा नहीं कर पाए। अब इस मामले में प्रधानाचार्यों के वेतन रोकने का आदेश जारी करना न्यायोचित नहीं है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में प्रधानाचार्यों का शिष्टमंडल उच्चाधिकारियों से वार्ता करेगा। बैठक में जिलाध्यक्ष वंशीधर अंडोला, वीएस बाफिला, मनोज कुमार उप्रेती, जीएस कोहली, केएन लोहनी, एसडी चौधरी, पीएस रावत, प्रदीप तिवारी, जीएस खाती आदि मौजूद रहे।
प्रधानाचार्यों के वेतन रोकन का विरोध किया
RELATED ARTICLES