रुद्रपुर। सिडकुल की ब्रिटानिया कंपनी में अज्ञात कारणों के चलते शनिवार देर रात भीषण आग लगने से करोड़ों रुपये का सामान जलकर नष्ट हो गया। आग बुझाने में सरकारी व निजी फायर कर्मी लगे रहे। गोदाम में काफी भीतर तक आग पहुंचने से उसे बुझाने के लिए जगह भी नहीं मिल पा रही है। फिलहाल कंपनी परिसर में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है। खबर लिखे जाने तक रविवार देर शाम तक आग पूरी तरह नहीं बुझ सकी थी। नैनीताल हाईवे पर सिडकुल चौक के नजदीक स्थित ब्रिटानिया कंपनी में शनिवार रात करीब 12 बजे अज्ञात कारणों के चलते भीषण आग लग गई। आग कंपनी के गोदाम में लगी जहां पर बड़ी मात्रा में बिस्कुट, गत्ते और लैमिनेट करने वाली पन्नी रखी थी। इस दौरान वहां पर कई श्रमिक ड्यूटी भी कर रहे थे। इससे वहां अफरातफरी मच गई। कर्मचारियों ने कंपनी में लगे फायर हाइड्रेंट से आग बुझाने का प्रयास किया।
जब वह आग बुझाने में सफल नहीं हो सके तो पंतनगर फायर स्टेशन की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। इसके अलावा रुद्रपुर, किच्छा, काशीपुर, सितारगंज और हल्द्वानी फायर स्टेशन की गाड़ियां भी बुलाई गईं। वहीं बजाज, टाटा, हिंदुस्तान जिंक व अशोक लीलैंड कंपनी की दमकल गाड़ियों ने भी आग बुझाने का प्रयास किया। फायर ब्रिगेड की कुल 12 गाड़ियां रात भर आग बुझाने में लगी रहीं लेकिन सफलता नहीं मिली। रात ही डीएम युगल किशोर पंत, एडीएम ललित नारायण मिश्र, एसडीएम प्रत्यूष सिंह, एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी, एसपी सिटी मनोज कत्याल सहित कई अधिकारी पहुंच गए। रविवार शाम करीब चार बजे तक दमकल विभाग व एसडीआरएफ की टीम कड़ी मशक्कत कर आग बुझाने की कोशिश करती रहीं लेकिन इसके बाद भी कंपनी से धुआं निकालता रहा। इधर कंपनी के कर्मचारी आग लगने के बारे में कुछ भी बताने से इनकार करते रहे। कंपनी के कर्मचारियों ने किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने दिया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी वंश बहादुर यादव ने बताया कि 12 गाड़ियों को बुलाकर आग बुझाने का प्रयास किया गया लेकिन अब तक आग पूरी तरह से नहीं बुझ सकी है। आग लगने का कारण भी अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। अनुमानित तौर पर कंपनी को करीब 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
दमकल विभाग को तुरंत सूचना मिल जाती तो न भड़कती आग
रुद्रपुर। ब्रिटानिया कंपनी में आग लगने के बाद वहां के कर्मचारियों ने उसे खुद बुझाने का प्रयास किया। जब वह आग नहीं बुझा सके तो दमकल विभाग को सूचना दी गई। इस दौरान कर्मचारियों ने कंपनी के टैंक में भरे चार लाख लीटर को पानी का प्रयोग कर डाला। वहीं अग्निशमन के अधिकारियों ने बताया कि यदि कंपनी तुरंत आग लगने की सूचना देती तो आसानी से आग पर काबू पाया जा सकता था।
ब्रिटानिया कंपनी में जिस समय आग लगी उस दौरान वहां पर बिस्कुट के चार प्लांट व एक केक का प्लांट चल रहा था। उस समय कंपनी के अंदर करीब 400 श्रमिक काम कर रहे थे। आग लगने के बाद कंपनी के कर्मचारियों ने सभी श्रमिकों को बसों के जरिये उनके घर भेज दिया। इधर सुरक्षा कर्मचारियों ने कंपनी के टैंक में भरे चार लाख लीटर पानी से आग को बुझाने का प्रयास किया। इसके अलावा ब्रिटानिया कंपनी ने नजदीक में मौजूद नेस्ले व ड्यूक कंपनी के टैंक में भरे पानी की भी मदद ली।
इसके बावजूद वहां के कंपनी के कर्मचारी आग पर काबू नहीं पा सके और आग बढ़ती चली गई। बताया जा रहा है कि आग लगने के दौरान वहां पर कांट्रैक्ट के कर्मचारी भी मौजूद थे। करीब 15 घंटे होने के बाद भी दमकल और एसडीआरएफ के कर्मचारी वहां आग को पूरी तरह से बुझाने का प्रयास करते रहे। आग कंपनी के बीच में ऐसी जगह पर फैल गई थी कि जहां पहुंचकर उसे बुझाना असंभव था। इसके लिए दमकल कर्मियों ने क्रेन की मदद से ऊपर चढ़कर कंपनी की छत से पानी की बौछार की लेकिन धुआं निकलना बंद नहीं हो सका। वहीं एसडीआरएफ की टीम ने ड्रोन की मदद से भी आग के फैलाव को देखकर उसे बुझाने की कोशिश भी की।
ब्रिटानिया कंपनी में धधकी भीषण आग, करोड़ों का सामान जला
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