काशीपुर। पराली जलाने पर रोक के विरोध में किसानों ने एसडीएम कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर अपना आक्रोश दर्ज कराया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि सरकार किसानों की तीन सूत्री मांगों को पूरा नहीं करती तो फिर किसान आंदोलन करने को बाध्य होंगे। भाकियू (युवा) के प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह जीतू की अगुवाई में किसान एसडीएम कार्यालय पर जमा हुए। यहां पर किसानों ने एसडीएम अभय प्रताप के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। भाकियू (युवा) के प्रदेश अध्यक्ष जीतू ने कहा कि कुछ दिन पहले डीएम की ओर से धान की पुराल को जलाने पर जुर्माना व सजा का प्रावधान करने का आदेश जारी किया गया है जिससे किसानों को काफी नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि यदि किसान धान के अवशेष पराली नहीं जलाता है तो गेहूं बोने के लिए जमीन तैयार नहीं हो सकती। किसानों के पास ऐसे साधन भी नहीं है जिससे धान की पुराल को जमीन में दबाया जा सके।
किसानों की मांग है कि सरकार किसानों को प्रति एकड़ मुआवजा दे या फिर पराली से संबंधित मशीनरी पर 80 प्रतिशत की सब्सिडी दे जिससे पुराल नष्ट की जा सके। वहीं गेहूं बोने के लिए बीज व बड़े ट्रैक्टर 80 प्रतिशत अनुदान पर दिया जाए। किसान नेता जीतू नेे कहा कि जब तक मशीनरी का प्रबंध सरकार की ओर से नहीं होता तब तक किसानों को पराली जलाने की अनुमति पूर्व की तरह दी जाए। इस मौके पर दर्शन सिंह दियोल, मनप्रीत सिंह, अभिवेल सिंह बेदी, राज कुमार, राम सिंह, हरप्रीत सिंह, बलकार सिंह फौजी आदि थे।
किसानों ने एसडीएम कार्यालय के समक्ष किया धरना प्रदर्शन
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