उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश मुसीबत बनती जा रही है। बारिश के बाद कोसी सहित कई नदियां उफना गईं हैं। कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से गर्जिया के मुख्य मंदिर के पास स्थित दुकानें जलमग्न हो गयी। भारी बरसात के बाद यूपी बॉर्डर पर अलर्ट जारी किया गया है। बारिश के बाद भूस्खलन से कई सड़कें भी बंद हो गईं हैं, जिससे जगह-जगह यात्री फंस गए हैं। प्रशासन द्वारा बंद सड़कों को खोलने का काम किया जा रहा है, लेकिन खराब मौसम बाधा बना हुआ है।
कोसी के बढ़ते जलस्तर में गर्जिया की दुकानें हुई जलमग्न
रामनगर| शुक्रवार देर रात से कुमाऊं भर में मूसलाधार बारिश हो रही है| वहीं कोसी नदी उफान पर आ गयी है| जिसके चलते गर्जिया के मुख्य मंदिर के पास स्थित दुकानें जलमग्न हो गयी| बताया जा रहा है कि कोसी का जलस्तर अभी और बढ़ने की संभावना है| जिसे देखते हुए गर्जिया मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है| आपको बता दें कि मौसम विभाग के अलर्ट के बाद शुक्रवार रात से रामनगर समेत पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है| जिसके चलते कोसी बैराज से 35 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है| वहीं कोसी के बड़े जलस्तर से गर्जिया मंदिर से आश्रित दुकानदारों की दुकान जलमग्न हो गयी| वहीं मंदिर कमेटी ने बारिश को देखते हुए मंदिर में जाने पर रोक लगा दी है| वहीं सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पानी का जलस्तर और बढ़ने की संभावना है|
रामनगर में धनगढ़ी नाला उफान पर
रामनगर। बीते गुरुवार से हो रही बारिश से रामनगर हाईवे 309 पर स्थित धनगढ़ी नाला उफान पर आ गया। सोमवार तड़के करीब चार बजे से धनगढ़ी नाले के दोनों पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। वहीं, कोसी बैराज का जलस्तर 17 हजार क्यूसेक से बढ़कर बजे 32 हजार क्यूसेक पहुंचा गया है। इससे काशीपुर व यूपी के गांव को अलर्ट किया गया है। एसडीएम गौरव चटवाल ने बताया कि बारिश को देखते हुए सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट रहने को गया गया है। बताया कि नदियों के आसपास के गांव में सुरक्षा को देखते हुए नजर रखी जा रही है।
ढेला नदी में पानी छोड़ने से बस्ती में घुसा पानी, नदी किनारे बसे लोगों को सर्तक रहने के निर्देश
काशीपुर। रामनगर से कोसी बैराज का पानी छोड़ने से ढेला नदी एकाएक उफना गई। जिससे वहां रह रहे आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। वहीं सूचना पर एसडीएम और तहसीलदार ने भी मौका मुआयना किया। लोगों से सतर्क रहने को कहा है। सोमवार को रामनगर कोसी बैराज से ढेला नदी में सुबह छह बजे से पानी छोड़ा जाने लगा। सिंचाई विभाग के एसडीओ दीपक शर्मा ने बताया कि सुबह 10 बजे तक ढेला नदी में 23363 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
गौला का जलस्तर 22752 क्यूसेक के पार
हल्द्वानी। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से गौला नदी का जलस्तर 22752 क्यूसेक पहुंच गया है। भारी बारिश की वजह से लगातार जलस्तर में इजाफा हो रहा है। सिंचाई विभाग के बैराज प्रभारी मनोज तिवारी ने बताया कि रविवार शाम से जलस्तर में कमी देखी जा रही थी। देर रात 12 बजे तक जलस्तर 10 हजार के आसपास था। लेकिन रात 1 बजे से गौला नदी का जलस्तर बढ़ने का सिलसिला शुरू हो गया। सोमवार सुबह 22752 क्यूसेक जलस्तर रिकॉर्ड किया गया है।
अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ एनएच समेत दो स्टेट और 9 ग्रामीण सड़क बंद
बीते गुरुवार देर रात से आसमान से बरस आफत से जनजीवन अस्त-व्यस्त् हो गया है। जिले में अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ एनएच समेत दो स्टेट हाइवे और नौ ग्रामीण सड़कों में मलबे ने वाहनों की रफ्तार रोक दी है। तेज बारिश से लोगों घरों के अंदर ही दुबकने को मजबूर है। बारिश के चलते कोसी नदी समेत गधेरे ऊफान पर आ गए है। नगर के कही कई स्थानों पर भूस्खलन से आवासीय मकानों को खतरा पैदा हो गया है।
चम्पावत में बारिश ने बढाई लोगों की दिक्कतें
चम्पावत में बीते गुरूवार से हो रही बारिश का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। लगातार हो रही भारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बीते गुरूवार से हो रही लगातार भारी बारिश से ग्रामीण इलाकों में कई जगहों पर भू- कटान हो गया है। ग्रामीण इलाकों में पेय जल लाईने क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। कई ग्रामीण इलाकों में खेत खलिहान पानी से लबालब हो गए हैं। जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं भारी बारिश के चलते लोग घरों में रहने को मजबूर हो गए हैं। जिससे बाजारों में भी सन्नाटा पसरा है। जिससे व्यापारियों और टैक्सी चालकों को नुकसान उठाना पड रहा है।
धूनाघाट रीठासाहिब मार्ग 28 घंटे से बंद
पाटी। भारी बारिश के कारण धूनाघाट रीठासाहिब मार्ग जगह-जगह बाधित हो गया। इससे लधियाघाटी क्षेत्र के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। आपदा कंट्रोल से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह से ही मार्ग लधौली,बिरगुल, भिंगराड़ा आदि स्थानों में मलवा आने से बाधित हो गया था। जानकारी के अनुसार रविवार शाम तक मार्ग खुलने की उम्मीद है।
बारिश का कहर सल्ट में मकान जमीदोंज एक बुजुर्ग की मौत
अल्मोड़ा। आसमान से बरस रही आफत की बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत बन रही है। तेज बारिश के बीच बीते रविवार देर रात सल्ट ब्लॉक के पपीना में एक आवासीय मकान ध्वस्त् हो गया। जिसमें पीपना गांव निवासी लक्ष्मन सिंह (62) पुत्र मूर सिंह की मौत हो गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मलबे में दबे शव को निकालकर पंचायतनामा के लिए भेज दिया है। घटना से मृतक के परिजनों में कोहराम मचा है।
यूपी-उत्तराखंड बॉर्डर पर बाढ़ जैसे हालत, बारिश के बाद नदियां उफनाईं
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