26 अक्तूबर को भाबर क्षेत्र के जीवानंदपुर में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों जहर खाने से मौत के मामले में मृतका के परिजनों ने कोतवाली में हंगामा किया। उन्होंने ससुराल पक्ष पर बेटी को जहर खिलाकर मारने और पुलिस पर आरोपी को बचाने को लेकर मुकदमा दर्ज नहीं करने का आरोप लगाया। सोमवार को कांग्रेस नेता रंजना रावत के साथ जीवानंदपुर के लोग कोतवाली पहुंचे। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से 26 अक्तूबर की घटना को लेकर अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं करने का कारण जाना और मामले में कार्रवाई नहीं होने पर आक्रोश जताया। लुधियाना निवासी मृतक की मां प्रतिमा देवी ने बताया कि उनकी पुत्री अनीता का 12 वर्ष पूर्व कोटद्वार के जीवानंदपुर निवासी मोहन सिंह से हुआ था। विवाह के बाद से ही ससुराल पक्ष के लोग दहेज को लेकर उसे प्रताड़ित कर रहे थे। उनकी मांग पूरी करने के बाद उन्होंने लड़का नहीं होने को लेकर एक बार फिर से बेटी का उत्पीड़न शुरू कर दिया। इसी बात को लेकर चार माह पूर्व उन्होंने उनकी बेटी के साथ मारपीट भी की तब पुलिस ने दोनों का राजीनामा भी करवाया था।
26 अक्तूबर की सुबह उनके दामाद ने फोन पर अनीता को ले जाने और उसे अपने साथ नहीं रखने की धमकी दी और उसी दिन रात 8:30 पर दामाद ने बेटी की जहर खाकर मरने की फोन पर सूचना दी। मृतका की मां ने आरोप लगाया कि ससुराल पक्ष के लोगों ने उनकी बेटी को जहर देकर मारा है। इसी बात को लेकर 27 अक्तूबर को बेटी के ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर दी गई थी लेकिन मामले में आज तक कार्रवाई नहीं हुई है। इस कारण परिवार के लोग आहत हैं। उन्होंने मामले में तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की। वहीं एसएसआई जगमोहन रमोला ने बताया कि उक्त मामले में अभी जांच चल रही है। जांच पूरी होने के बाद मामले में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मुकदमा दर्ज नहीं होने पर मृतका के परिजनों ने थाने में काटा हंगामा
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