उत्तराखंड किसान मोर्चा (अराजनैतिक) के पदाधिकारियों ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय पर धरना देकर सरकार पर किसानों का शोषण करने का आरोप लगाया। कहा कि गन्ना पेराई सत्र शुरू होने के बावजूद सरकार ने अभी तक गन्ना मूल्य घोषित नहीं किया है। ऐसे में किसानों को अपनी फसल बिना मूल्य जाने ही मिल में डालनी पड़ेगी। उन्होंने जल्द से जल्द गन्ना मूल्य घोषित किए जाने की मांग की। मंगलवार को उत्तराखंड किसान मोर्चा (उकिमो) के कार्यकर्ताओं ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन कर धरना दिया। धरने की अध्यक्षता पवन सिंह और संचालन दीपक पुंडीर ने किया। उकिमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी गुलशन रोड ने कहा कि इस साल का गन्ना पेराई सत्र शुरू हो चुका है, लेकिन सरकार ने अभी तक गन्ने का भाव घोषित नहीं किया है। ऐसे में किसानों को अपना गन्ना बिना रेट जाने ही मिलों में डालने को मजबूर होना पड़ रहा है। छोटी से छोटी कंपनी एक प्रोडक्ट बनाती है तो बाजार में आने से पहले उसका भाव तय हो जाता है, लेकिन यह दुर्भाग्य है कि अन्नदाता की फसल का भाव मिल में पहुंचने के बावजूद नहीं घोषित हो पा रहा है।
कहा कि सरकार यदि शीघ्र गन्ना मूल्य घोषित नहीं करती तो किसानों को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। चौधरी मेहकार सिंह ने कहा कि इस समय किसान आर्थिक दौर से गुजर रहा है। इसलिए किसानों को सिंचाई के लिए बिजली निशुल्क देने जानी चाहिए। उन्होंने इकबालपुर चीनी मिल पर बकाया भुगतान भी जल्द से जल्द दिलाए जाने की मांग उठाई। चौधरी राजेंद्र सिंह ने कहा कि इस समय किसान मूल निवास और जाति प्रमाणपत्र आदि की रिपोर्ट लगाने के लिए परेशान हैं। रोज-रोज कचहरी के चक्कर लगाने के बावजूद किसानों के प्रमाणपत्र नहीं बन पा रहे हैं। इससे किसानों में भारी रोष है। कहा कि किसानों के हित को देखते हुए सरकार को जल्द से जल्द उनकी मांग पूरी करनी चाहिए। ऐसा न करने की स्थिति में किसानों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। इस दौरान धरना प्रदर्शन में धर्मवीर प्रधान, सुरेंद्र लंबरदार, पवन त्यागी, समीर आलम, इकबाल हसन, संदीप, दुष्यंत, सतवीर सिंह, नरेंद्र सिंह, जॉनी कुमार, अर्जुन सिंह, राजपाल, महक सिंह, मोहम्मद शाकिर, मोहम्मद आजम, अब्दुल गनी, वीरेंद्र कुमार, सतीश कुमार, मुकेश शर्मा, मुकर्रम अली, प्रवीण राणा, कर्मवीर सिंह, महिपाल प्रधान, सतकुमार, शोएब, नरेश लोहान, मोहम्मद अमजद, मुनेश त्यागी, संदीप सैनी, वीरेंद्र सैनी आदि मौजूद रहे।
किसानों ने किया धरना प्रदर्शन, गन्ना मूल्य घोषित करने की मांग
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