गरुड़ (बागेश्वर)। विकासखंड सभागार भवन के लोकार्पण समारोह में जिले के प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा के विलंब से आने के कारण बीडीसी बैठक दो घंटे बाद शुरू हुई। हालांकि प्रधान संगठन के पदाधिकारियों ने बैठक का बहिष्कार किया। इसके बावजूद बीडीसी बैठक दोपहर एक बजे से शाम साढ़े चार बजे तक चली। सदन में मौजूद पंचायत प्रतिनिधियों ने जनहित की समस्याओं के समाधान की मांग की। लंबे अंतराल के बाद बीडीसी बैठक होने के कारण पंचायत प्रतिनिधियों में बैठक के प्रति उत्साह था। इसलिए बैठक में भाग लेने के पंचायत प्रतिनिधि तय समय सुबह 11 बजे विकासखंड मुख्यालय में पहुंच गए थे लेकिन नवनिर्मित विकासखंड सभागार और अन्य योजनाओं का लोकार्पण और भूमि पूजन करने जिले के प्रभारी मंत्री सौरभ बहुगुणा को जिला मुख्यालय से आना था। प्रभारी मंत्री के आने में हुई देरी के कारण बीडीसी बैठक दो घंटा विलंब से शुरू हुई। इससे नाराज प्रधान संगठन के अध्यक्ष रविशंकर बिष्ट, रंजीत रावत, शंकर दत्त, कृपाल लोहनी, हरीश जीना, मनोज भट्ट, प्रदीप राठी, पुष्पा देवी, विमला, गोपाल राम, सुशीला बिष्ट ने बैठक का बहिष्कार कर नारेबाजी की।
इसके बावजूद ब्लॉक प्रमुख हेमा बिष्ट ने सदन को विश्वास में लेकर बीडीसी बैठक विधिवत शुरू की। उन्होंने सदन को देरी का कारण भी बताया। बैठक में ढिकुरा की प्रधान चंपा पांडे ने कहा कि सेलखोला में सड़क बनाने की फाइल दस साल से शासन में धूल फांक रही है। उन्होंने सड़क के लिए आंदोलन की चेतावनी दी। बताया कि प्राथमिक विद्यालय ढिकुरा के पुराने भवन की नीलामी के दस साल बाद भी नया भवन नहीं बन सका है। स्कूल के बच्चे विधायक निधि से बने एक कमरे में पढ़ रहे हैं। सदन में मेलाडुंगरी की प्रधान कौशल्या देवी, नरग्वाड़ी के प्रधान चंदन परिहार, रियूनी लखमार के प्रधान कैलाश आर्या, माल्दे के शंकर अल्मिया, जखेड़ा की प्रधान हेमा देवी, बिनखोली के प्रधान देवेंद्र नाथ गोस्वामी ने अपने गांवों की पेयजल, सड़क, शिक्षा, बिजली आदि समस्याएं सदन में रखीं। बीडीओ केडी जोशी ने संचालन किया। बैठक में सीडीओ संजय सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव एसडीएम आरके पांडे, ज्येष्ठ उपप्रमुख बहादुर कोरंगा, जिला पंचायत सदस्य गोपाल किरमोलिया, सुनीता आर्या, जनार्दन लोहुमी, दीपा जोशी आदि ने विचार रखे।
प्रधान संगठन के पदाधिकारियों के विरोध के बावजूद बीडीसी पंचायत प्रतिनिधियों ने उठाये कई मुद्दे
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