रामनगर (नैनीताल)। नेशनल हाईवे 309 पर बाघ को पकड़ने के लिए वनकर्मियों की तमाम कोशिशें नाकाम हो रही हैं। ऐसे में अब प्रमुख वन सचिव, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन ने मंगलवार रात को वनाधिकारियों के साथ बैठक की जिसमें मानव डमी से बाघ को भगाने की रणनीति बनाई गई है। इसके लिए कालागढ़ से मानव डमी मंगा ली गई है। धनगढ़ी परिसर में प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु, चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन डॉ. समीर सिन्हा ने वनाधिकारियों की बैठक ली। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डॉ. धीरज पांडेय से पूर्व में घटित घटनाओं और वर्तमान में हो रही घटनाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी ली गई। कॉर्बेट निदेशक के अनुसार वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारियों की तीन टीमें हिंसक बाघ को रेस्क्यू/ट्रैंक्यूलाइज के कार्य में लगी हैं। टीम ने बाघ को चिह्नित कर लिया है लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी बाघ को ट्रैंक्यूलाइज नहीं किया जा सका है।
कॉर्बेट और रामनगर वन प्रभाग की टीम ने चार पिंजरे और कैमरा ट्रैप क्षेत्र में लगा रखे हैं। कैमरों से भी लाइव रिकॉर्डिंग की जा रही है। बाघ को रेस्क्यू करने के लिए ड्रोन, हाथियों का सहारा लिया जा रहा है। बाघ प्रभावित क्षेत्र गर्जिया, धनगढ़ी और मोहान में सुरक्षा के लिहाज से रात में दोपहिया वाहन, अकेले न निकलने और दिन में भी ग्रामीणों से वन क्षेत्र में नहीं जाने की अपील/मुनादी की जा रही है। बैठक में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक नीरज शर्मा, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी डॉ. दुष्यंत शर्मा, डॉ. हिमांशु पांगती, नैनीताल जू के डॉ. आयुष उनियाल, कॉर्बेट फाउंडेशन के उपनिदेशक डॉ. हरेंद्र बर्गली, वन्यजीव प्रतिपालक नामित सदस्य एजी अंसारी, एनटीसीए के नामित सदस्य कुंदन सिंह खाती, पार्क वार्डन अमित ग्वासीकोटी, सर्पदुली रेंजर बिंदरपाल, मंदाल रेंजर हरेंद्र रावत, पाखरो रेंजर मधुरा सिंह मावड़ी, कोसी रेंज के डिप्टी रेंजर रमेश राम टम्टा, वन दरोगा धर्मपाल सिंह नेगी, भुवन चंद्र सती आदि मौजूद रहे।
मानव डमी से निकलेगा करंट
कॉर्बेट पार्क वार्डन अमित ग्वासीकोटी ने बताया कि मानव डमी को उन जगहों पर रखा जाएगा जहां बाघ का मूवमेंट अधिक होगा। बाघ जैसे ही डमी पर हमला करेगा तो उसे करंट लगेगा। ऐसे में वह मानव के प्रति हमलावर नहीं होगा, उसे लगेगा की मानव पर हमला करने से करंट लगेगा। मानव डमी को सुंदरखाल, मोहान क्षेत्र में जगह बदलकर रखा जाएगा। साथ ही वहां पर कैमरा ट्रैप लगाया जाएगा जिससे उसकी हर मूवमेंट पर नजर रखी जा सकेगी।
बाघ के बदलते व्यवहार पर अध्ययन करें
चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन डॉ. समीर सिन्हा ने कॉर्बेट टाइगर फाउंडेशन के डॉ. हरेंद्र बर्गली से पिछले सालों में हुई पशु क्षति का डाटा कॉर्बेट प्रशासन से साझा करने के निर्देश दिए। कहा कि इससे बाघ के बदले व्यवहार पर अध्ययन और क्षेत्रवासियों, ग्रामीणों के साथ बैठक कर जागरूकता अभियान चलाया जा सकता है। वन विभाग के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने वन विभाग की टीमों को शीघ्र ही हिंसक बाघ का रेस्क्यू करने के निर्देश दिए।
वन कर्मी अब मानव डमी दिखाकर पकड़ेंगे बाघ
RELATED ARTICLES