Saturday, April 19, 2025
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हम कुमाऊं के हैं नौजवान, आगे बढ़ना ही है अपना काम

खटीमा। हम कुमाऊं के हैं नौजवान, आगे बढ़ना ही है अपना काम, आज कल का लौड़ा बिन ढोलें नाचनी आदि बोलों के साथ 18 कुमाऊं रेजीमेंट का 47वां स्थापना दिवस पूर्व सैनिकों ने हर्षोल्लास से मनाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कैप्टन भानी चंद, कैप्टन जवाहर सिंह कन्याल, कैप्टन गोविंद भट्ट, सूबेदार करम सिंह मनौला ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम की शुरूआत काली मां के गीत के साथ हुई। मेलाघाट रोड स्थित एक बरातघर में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सैनिक संगठन अध्यक्ष टनकपुर-चंपावत के कै. चंद ने कहा कि कुमाऊं रेजीमेंट का गौरवशाली इतिहास रहा है। कै. जवाहर सिंह पोखरिया ने 19वीं शताब्दी की लड़ाई एवं तत्कालीन परिस्थितियों के विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि एक जनवरी 1976 में रानीखेत के मजखाली में कर्नल एमएस वैंस ने सूबेदार मेजर प्रेम सिंह की अगुवाई में 18 कुमाऊं की स्थापना हुई। कार्यक्रम में 18 कुमाऊं के पूर्व सैनिकों ने कुमाऊंनी गीतों पर खूब रंग जमाया। झोड़ा-चाचरी पर जमकर थिरके। संचालन कैप्टन मनोहर चंद एवं कै. विनोद जोशी ने किया। वहां पूर्व सैनिक संगठन अध्यक्ष कै. गंभीर सिंह धामी, सूबेदार केशर सिंह, कै. बहादुर चंद, कै. नारायण चंद, कै. दीवानी चंद , नरेंद्र भाटिया, श्याम सिंह, राम दत्त, गोविंद बल्लभ भट्ट, चंद्रशेखर, त्रिलोक सिंह, मनोहर सिंह आदि थे।
इधर 20 कुमाऊं रेजीमेंट के पूर्व सैनिकों ने रेजीमेंट का 43वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। थारू विकास भवन में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ कालिका मां के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। पूर्व सैनिकों ने रेजीमेंट के शहीद वीर सैनिकों को दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व सैनिकों ने कुमाऊंनी और देशभक्ति गीत में जमकर नृत्य किया। रेजीमेंट के स्थापना दिवस पर वीरनारियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। छोलिया नृत्य आर्कषण का केंद्र रहा। अध्यक्षता ऑनरी कैप्टन रूद्र सिंह कन्याल ने की। कार्यक्रम में खटीमा, बनबसा, टनकपुर, नानकमत्ता, सितारगंज के पूर्व सैनिकों ने हिस्सा लिया। वहां सूबेदार राजेंद्र धामी, नरेंद्र चंद, हरेंद्र भट्ट, होशियार बोरा, टिकेंद्र सिंह, बलवीर खोलिया, किशन आदि मौजूद थे।

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